विवादों के चलते निलंबित की गई कुश्ती फेडरेशन ऑफ इंडिया की कमान अब मेरठ के हाथों में आ गई है।
Meerut News : विवादों के चलते निलंबित की गई कुश्ती फेडरेशन ऑफ इंडिया की कमान अब मेरठ के हाथों में आ गई है। बुधवार को सरकार ने एक एडहॉक कमेटी का गठन किया, जिसमें अध्यक्ष ओलंपिक समिति के सदस्य और गोडविन ग्रुप के निदेशक भूपेंद्र सिंह बाजवा को बनाया गया।
भारतीय ओलंपिक संघ के हाथ में WFI
कुश्ती संघ की मान्यता रद्द होने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया यानी डबल्यूएफआई को चलाएगा। इसके लिए इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने तीन सदस्यीय एडहॉक कमेटी बनाई है, जिसका अध्यक्ष ओलंपिक एसोसिएशन कमेटी के सदस्य और मेरठ के गोडविन ग्रुप के निदेशक भूपेंद्र सिंह बाजवा को बनाया गया है। इनको कुश्ती फेडरेशन चलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही एडहॉक कमेटी में एमएम सोमाया और मंजूषा कंवर को सदस्य नामित किया गया है। आईओए ने इस कमेटी को डबल्यूएफआई के संचालन की देखरेख और पर्यवेक्षण करने का काम सौंपा है, जिसमें एथलीट चयन, अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए एथलीटों के लिए एंट्रीज करना, खेल गतिविधियों का आयोजन करना, बैंक खातों को संभालना, वेबसाइट का प्रबंध और अन्य संबंधित जिम्मेदारियां शामिल है।
दूसरी बार सौंपी गई है जिम्मेदारी
गोडविन ग्रुप के निदेशक भूपेंद्र सिंह बाजवा को दूसरी बार यह बड़ा दायित्व सौंपा गया है। इससे पहले पहलवानों के आंदोलन से उपजे हालातों के बीच उन्हें एडहॉक कमेटी का हेड बनाया गया था। उन्होंने ओपन ट्रायल्स सफलतापूर्वक कराकर आईओए और खेल मंत्रालय की वाहवाही हासिल की थी। एडहॉक कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह बाजवा के नाम एशियाई खेलों चीफ डी मिशन के रूप में एक उपलब्धि दर्ज हुई, भारत ने एशियाई खेलों में रिकॉर्ड तोड़ सफलता हासिल करते हुए 107 पदक जीते थे। बता दें कि पहलवानों के विरोध के चलते कुश्ती संघ की मान्यता को रद्द करते हुए खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ के नवनियुक्त अध्यक्ष संजय सिंह को भी सस्पेंड कर दिया था।