दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसा : मालिक और कॉर्डिनेटर गिरफ्तार, दिल्ली के मेयर ने दिए कार्रवाई के सख्त निर्देश

UPT | श्रेया यादव

Jul 28, 2024 12:50

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद कोचिंग सेंटर के मालिक और कोर्डिनेटर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है और उनकी गिरफ्तारी...

News Delhi : दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद कोचिंग सेंटर के मालिक और कोर्डिनेटर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है और उनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इस हादसे में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई। मरने वाले छात्रों की पहचान श्रेया यादव, तान्या सोनी, और नेविन डेल्विन के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके परिजनों को सूचना दे दी है। श्रेया यादव उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर की रहने वाली थी, तान्या सोनी तेलंगाना की और नेविन डेल्विन केरल का निवासी था। नेविन जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से पीएचडी कर रहा था और पिछले आठ महीने से सिविल सर्विस की तैयारी में जुटा हुआ था। हादसे की सूचना मिलने पर उनके परिजनों को तत्काल सूचित कर दिया गया है।

एमसीडी को सख्त निर्देश
दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने एमसीडी कमिश्नर को निर्देश दिया है कि दिल्ली में सभी कोचिंग सेंटर, जो एमसीडी के अधिकार क्षेत्र में आते हैं और बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधियां चला रहे हैं, जो भवन उपनियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। यह आदेश दिया गया है कि यदि कोई अधिकारी इस घटना में दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस घटना को हादसे के बजाय हत्या करार दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि बेसमेंट में लाइब्रेरी कैसे चलाई जा रही थी और पहले की गई जांच का क्या हुआ। उन्होंने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने दिल्ली की पूरी व्यवस्था को बर्बाद कर दिया है और छात्रों की सुरक्षा के लिए उचित कदम नहीं उठाए हैं। दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए इस हादसे पर डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने कहा कि "कल शाम एक बेसमेंट में पानी भर जाने की वजह से कुछ लोगों के फंसे होने की खबर मिली थी। 

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बचाव अभियान 
हादसे के बाद कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बचाव अभियान शुरू किया गया, जिसमें दिल्ली पुलिस, दिल्ली फायर सर्विस और एनडीआरएफ की टीमों ने हिस्सा लिया। बचाव अभियान के दौरान बेसमेंट से तीन शव बरामद किए गए। अधिकारियों ने बताया कि बेसमेंट में पानी भरने की वजह से यह घटना घटी और तीन छात्रों की जान चली गई। पुलिस इस मामले में हर पहलू से जांच कर रही है और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा कि "यह बहुत ही दुखद घटना है। जैसे ही मुझे इस घटना की जानकारी मिली, मैं तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। वहां पर एनडीआरएफ की टीम बचाव अभियान कर रही थी। दुख की बात है कि इस घटना में तीन बच्चों की मौत हो गई। मैंने एमसीडी कमिश्नर को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने सभी गैर-कानूनी कोचिंग सेंटरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। यदि कोई अधिकारी दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"

नाले की सफाई और प्रशासनिक चूक
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि "लोग लगातार नाले की सफाई कराने की मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। आप सरकार ने पूरी दिल्ली को बर्बाद कर दिया है। यह छात्र देश का भविष्य हैं और उनकी जान की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।"
इस पूरे घटना के बाद प्रशासन ने एमसीडी के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के लिए जांच शुरू कर दी है। यदि किसी अधिकारी की लापरवाही पाई जाती है, तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

आगे की कार्रवाई
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित इस कोचिंग सेंटर हादसे ने सभी कोचिंग संस्थानों और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा मानकों का पालन करने की महत्वपूर्णता को फिर से उजागर कर दिया है। इस घटना के बाद एमसीडी और अन्य संबंधित अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी गई है कि वे अपने क्षेत्रों में सभी कोचिंग सेंटरों की जांच करें और यह सुनिश्चित करें कि वे सभी सुरक्षा मानकों का पालन कर रहे हैं।

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