सियासी संन्यास की ओर : क्रिकेट के हीरो लेकिन राजनीति की पिच पर जीरो, पार्ट टाइम सांसद की छवि से उबर नहीं पाए

UPT | गौतम गंभीर

Mar 02, 2024 14:09

गौतम गंभीर ने पांच साल तक राजनीति में अपना समय दिया। साल 2019 में गंभीर ने केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और रविशंकर प्रसाद की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी का हाथ...

New delhi : राजनीति छोड़ने की इच्दा जताने वाले गौतम गंभीर भले ही क्रिकेट के मंझे हुए खिलाड़ी हों, लेकिन उनका सियासी करियर कुछ खास नहीं रहा। जनसेवा से उन्होंने जरूर अपनी पहचान बनाई लेकिन उन पर पार्ट टाइम सांसद का जो ठप्पा लगा वो उनके राजनीतिक करियर को पीछे धकेलता गया। उनका टिकट कटना तय माना जा रहा था। अब उन्होंने राजनीतिक जिम्मेदारी से मुक्त होने की इच्छा जता दी है।

आतिशी को हराया था
आपको बता दें कि गौतम गंभीर ने पांच साल तक राजनीति में अपना समय दिया। साल 2019 में गंभीर ने केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और रविशंकर प्रसाद की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी का हाथ थामा था। इसके बाद उन्हें 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें 696,158 वोट मिले थे। जिसमें उन्होंने पूर्वी दिल्ली सीट पर कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली और आम आदमी पार्टी की आतिशी मर्लेनी को हराया था।

आपको बता दें कि गौतम गंभीर पूर्वी दिल्ली से लोकसभा के सांसद हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से उन्हें उनके कर्तव्य से मुक्त कर देने की गुहार लगाई है। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह को धन्यवाद दिया है। 
 
सोशल कॉज में जुटे पर सियासत में पिछड़े
गरीब और अनाथ बच्चों की आर्थिक मदद करने के लिए गंभीर ने 'गौतम गंभीर फाउंडेशन नाम' के NGO की स्थापना भी की। इसके साथ ही वे सुकमा के नकसली हमले में शहीद जवानों के बच्चों की पढ़ाई लिखाई का खर्चा भी वहन करते हैं। इसके साथ ही उन्होनें जनरसोई की मदद से गरीबों के लिए एक रुपये में भोजन भी उपलब्ध करवाया। वह समय-समय पर इसकी जांच भी करते हैं। जनरसोई में वे लोग एक रुपये में भरपेट खाना खा सकते हैं। गौतम गंभीर अब तक पांच जन रसोई खोल चुके हैं। इसके बाद भी पांच साल में ही उनका राजनीति से मन भर गया है। अब वह दोबारा क्रिकेट की तरफ रुख करना चाहते हैं।

ऐसा रहा क्रिकेट करियर
4 दिसंबर 2018 को गौतम ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। इसके कुछ महीने बाद ही वह बीजेपी में चले गए। गंभीर ने भारत की ओर से अपना आखिरी टेस्ट 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में खेला था। गंभीर ने 58 टेस्ट मैचों में 41.95 की औसत से 4154 रन बनाए, जिसमें नौ शतक शामिल हैं। गंभीर ने 147 ओडीआई में 39.68 की औसत से 5238 रन बनाए. इसमें 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में खेली गई 97 रनों की यादगार पारी भी शामिल है, जिसकी बदौलत भारत ने दूसरी बार वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था। वनडे में उन्होंने 11 शतकीय पारियां खेलीं. गंभीर ने टी20 इंटरनेशनल मैचों में भी अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने 37 मैच में सात अर्धशतकों की मदद से 932 रन बनाए, जिसमें उनकी औसत 27.41 की रही।

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