हरियाणा से बड़ी खबर : नायब सैनी होंगे नए सीएम, विधायक दल ने चुना नेता

UPT | नायब सैनी होंगे नए सीएम, विधायक दल ने चुना नेता

Mar 12, 2024 14:27

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को अपने पदे से इस्तीफा दे दिया। बताया जा रहा है कि भाजपा की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के साथ लोकसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बन पा रही थी।

Short Highlights
  • नायब सिंह सैनी बनेंगे हरियाणा के सीए़म
  • विधायक दल ने चुना अपना नेता
  • मनोहर लाल खट्टर ने दिया था इस्तीफा
New Delhi : भाजपा के नायब सिंह सैनी हरियाणा राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। विधायक दल ने उन्हें अपना नेता चुन लिया है। इसके पहले मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बताया जा रहा है कि भाजपा की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के साथ लोकसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बन पा रही थी। इसके बाद जेजेपी ने हरियाणा की खट्टर सरकार से इस्तीफा वापस ले लिया। जानकारी के मुताबिक नायब सैनी मंगलवार शाम 5 बजे सीएम पद की शपथ लेंगे।

कौन हैं नायब सिंह सैनी?
नायब सिंह सैनी भाजपा का प्रमुख ओबीसी चेहरा हैं। वह वर्तमान में कुरुक्षेत्र से सांसद भी हैं। नायब सैनी को मनोहर लाल खट्टर का बेहद खास समझा जाता है। उन्होंने अपना सियासी सफ 1996 में शुरू किय था। उन्होंने पार्टी में अलग-अलग पदों पर रहते हुए अपनी जिम्मेदारियों क निर्वहन किया है। सैनी हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष भी हैं।

खट्टर के इस्तीफे के पीछे भाजपा का खेल?
मनोहर लाल खट्टर का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा कोई सामान्य घटना नहीं है। मुख्यमंत्री के तौर पर यह खट्टर का दूसरा कार्यकाल है। इस्तीफे के बाद ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि खट्टर ही दोबारा सीएम पद की शपथ लेंगे। लेकिन भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने नायब सिंह सैनी को सीएम बनाने का फैसला लिया। संभव है कि खट्टर का इस्तीफा भाजपा शीर्ष नेतृत्व की किसी रणनीति का हिस्सा हो। इस बात की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि पार्टी खट्टर को केंद्रीय राजनीति में लाने का मन बना रही हो।

क्या है हरियाणा में नंबर का खेल?
हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं। इसमें से 41 सीटें भाजपा के पास हैं। इसके अलावा कांग्रेस के पास 30, जेजेपी के पास 10, इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के पास 1, हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) के पास 1 और निर्दलीय कुल 7 विधायक हैं। जेजेपी के समर्थन वापस ले लेने के बाद भी भाजपा के साथ निर्दलीय विधायक खड़े हैं। विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 46 है।

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