नए साल पर ट्रेनों में भारी भीड़ : एसी से स्लीपर तक में नहीं मिल रहा कन्फर्म टिकट, तत्काल कोटे का भी सहारा बेकार

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Dec 30, 2024 12:37

नया साल मनाने के लिए घूमने जाने की योजना बना रहे यात्रियों के लिए ट्रेनों में कन्फर्म टिकट प्राप्त करना एक बड़ा चुनौती बन गया है। वर्तमान में अधिकांश ट्रेनों में सीटें उपलब्ध नहीं हैं।

New Delhi News : नए साल के मौके पर घूमने-फिरने की योजना बनाने वाले यात्रियों को इस बार कन्फर्म ट्रेन टिकट मिलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बीते कुछ दिनों से ज्यादातर ट्रेनों में "नो रूम" की स्थिति बनी हुई है। एसी फर्स्ट क्लास से लेकर स्लीपर क्लास तक सभी श्रेणियों में टिकटों की कमी है। यह समस्या 20 दिसंबर से शुरू हुई है और जनवरी के पहले दो सप्ताह तक राहत ना मिलने की संभावना दिख रही है। यात्रियों को तत्काल कोटे से टिकट पाने के लिए भी यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

कन्फर्म टिकट के लिए संघर्ष
तमिलनाडु एक्सप्रेस, कर्नाटक एक्सप्रेस, जबलपुर निजामुद्दीन और केरला एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों में टिकट बुकिंग लगभग असंभव हो गई है। स्लीपर क्लास में 150 से अधिक और एसी सेकंड क्लास में 110 तक वेटिंग लिस्ट दिख रही है। कुछ ट्रेनों में "रिगरेट" की स्थिति बनी हुई है, जिसका मतलब है कि वेटिंग लिस्ट भी भर चुकी है। यह स्थिति केवल साधारण ट्रेनों तक सीमित नहीं है। बंगलूरू राजधानी और निजामुद्दीन वंदे भारत जैसी प्रीमियम ट्रेनों में भी यही हाल है। 



तत्काल कोटा भी बेकार
यात्रियों को कन्फर्म टिकट पाने के लिए तत्काल कोटे का सहारा लेना पड़ रहा है, लेकिन तत्काल टिकट पाने की प्रक्रिया भी आसान नहीं है। स्टेशनों पर कोटा वाले टोकन हासिल करना मुश्किल हो गया है, और कई बार यात्रियों को दलालों का सामना करना पड़ता है।

प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में भी वेटिंग
प्रयागराज की ओर जाने वाली ट्रेनों में भी बुकिंग की स्थिति काफी खराब है। भोपाल एक्सप्रेस, पंजाब मेल, झेलम एक्सप्रेस, जयपुर इलाहाबाद एक्सप्रेस, मंगला लक्षद्वीप एक्सप्रेस और छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट काफी लंबी है। कुछ ट्रेनों में तो कोई सीट उपलब्ध ही नहीं है। महाकुंभ मेले के कारण भी ट्रेन टिकट की मांग बढ़ गई है। 14 जनवरी से प्रयागराज में शुरू होने वाले महाकुंभ के लिए पहले से ही कई ट्रेनों की बुकिंग हो चुकी है। सप्ताहिक ट्रेनों और बनारस-आगरा वंदे भारत में भी सीट मिलना फिलहाल मुश्किल हो रहा है।

रेलवे की तैयारियां
रेलवे ने इस बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए कुंभ मेले के लिए विशेष ट्रेनें चलाई हैं। रेलवे पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि नए साल और कुंभ मेले के मद्देनजर रेलवे स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास कर रहा है।

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