सुल्तानपुर एनकाउंटर पर सियासत गर्म : पप्पू यादव के STF पर गंभीर आरोप, मायावती और अखिलेश ने भी साधा निशाना

UPT | पप्पू यादव

Sep 09, 2024 17:34

सुल्तानपुर जिले में हुई एनकाउंटर घटना के बाद राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। मंगेश यादव की पुलिस कार्रवाई के दौरान हुई मौत ने विपक्ष को योगी सरकार पर निशाना साधने का मौका दे दिया है।

New Delhi : सुल्तानपुर जिले में हुई एनकाउंटर घटना के बाद राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। मंगेश यादव की पुलिस कार्रवाई के दौरान हुई मौत ने विपक्ष को योगी सरकार पर निशाना साधने का मौका दे दिया है। इस बीच, बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने यूपी पुलिस की STF पर गंभीर आरोप लगाए हैं और एनकाउंटर की कड़ी निंदा की है।

पप्पू यादव के STF पर गंभीर आरोप
पप्पू यादव ने सुल्तानपुर एनकाउंटर की तुलना गुंडागर्दी से करते हुए कहा, "फरीदाबाद में आर्यन मिश्रा को मारने वाले गुंडों और यूपी STF में अब कोई अंतर नहीं रह गया है। दोनों धर्म और जाति के आधार पर निर्दोष लोगों की जान ले रहे हैं। मंगेश यादव को भी सिर्फ उसकी जाति की वजह से मार दिया गया।" पप्पू यादव के इस बयान ने एनकाउंटर को लेकर चल रही बहस को और तीखा बना दिया है। यादव का आरोप है कि उत्तर प्रदेश पुलिस और STF निर्दोष लोगों को निशाना बना रही है और यह सब जातिगत भेदभाव की वजह से हो रहा है।



मायावती और अखिलेश ने भी साधा निशाना
विपक्ष के अन्य नेताओं ने भी इस एनकाउंटर पर कड़ा रुख अपनाया है। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने पहले ही इस मामले पर सरकार की तीखी आलोचना की थी। अखिलेश यादव ने इसे योगी सरकार की असफलता करार देते हुए कहा था कि राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और अब पुलिस की कार्रवाई भी सवालों के घेरे में है। 

अपराधियों और जातिगत भेदभाव पर हो रही राजनीति
मायावती ने भी सुल्तानपुर एनकाउंटर पर बीजेपी और सपा दोनों पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर कहा, "सुल्तानपुर मुठभेड़ के बाद बीजेपी और सपा में कानून-व्यवस्था पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। लेकिन यह दोनों पार्टियां एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। सपा सरकार के दौरान भी कानून-व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब थी, और भाजपा के शासन में भी अपराधियों और जातिगत भेदभाव के आधार पर राजनीति हो रही है।" मायावती ने आगे कहा, "बसपा के शासन में उत्तर प्रदेश में ‘कानून द्वारा कानून का राज’ था। जाति और धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होता था, और लोगों को न्याय मिलता था। फर्जी मुठभेड़ों का तो सवाल ही नहीं था। भाजपा और सपा दोनों को कानून व्यवस्था के नाम पर राजनीति करना बंद करना चाहिए और जनता को गुमराह करने से बचना चाहिए।"

न्यायिक जांच की मांग
सुल्तानपुर एनकाउंटर के बाद विपक्ष लगातार योगी सरकार पर हमलावर है। पप्पू यादव, मायावती और अखिलेश यादव के आरोपों से यह मामला और पेचीदा होता जा रहा है। एनकाउंटर की न्यायिक जांच की मांग उठ रही है और विपक्ष का आरोप है कि यह पूरी घटना राजनीति से प्रेरित है, जहां जातिगत और धार्मिक आधार पर निर्दोष लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।

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