जगद्गुरु शङ्कराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ने अपने 22वें चातुर्मास्य व्रत अनुष्ठान के अवसर पर नरसिंह सेवा सदन पीतमपुरा दिल्ली में सायंकालीन प्रवचन में कहा कि 'सुख चाहते हो तो सत्वगुण का संवर्द्धन करो'
Jul 24, 2024 15:07
जगद्गुरु शङ्कराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ने अपने 22वें चातुर्मास्य व्रत अनुष्ठान के अवसर पर नरसिंह सेवा सदन पीतमपुरा दिल्ली में सायंकालीन प्रवचन में कहा कि 'सुख चाहते हो तो सत्वगुण का संवर्द्धन करो'