Prayagraj News : चकबंदी अधिकारी ने एक परिवार के नाम कर दी 239 बीघा जमीन, जानें पूरा मामला...

UPT | तहसीलदार कार्यालय

Apr 25, 2024 14:10

प्रयागराज के सोरांव तहसील के तत्कालीन चकबंदी अधिकारी ने 27 वर्ष पहले करीब 239 बीघा जमीन एक परिवार के नाम कर दी। इस जमीन की कीमत करोड़ों में है। इस मामले की शिकायत हुई तो बंदोबस्त...

Short Highlights
  • चकबंदी के प्रमुख सचिव पी, गुरुप्रसाद ने जांच के लिए कमिश्नर को पत्र भेजा। 
  • प्रयागराज ने उप संचालक चकबंदी डीसीसी को जांच के निर्देश दिए हैं। 
Prayagraj News : प्रयागराज के सोरांव तहसील के तत्कालीन चकबंदी अधिकारी ने 27 वर्ष पहले करीब 239 बीघा जमीन एक परिवार के नाम कर दी। इस जमीन की कीमत करोड़ों में है। इस मामले की शिकायत हुई तो बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी ने साल 2022 में उस आदेश को रद्द कर दिया। लेकिन, कब्जा नहीं हटवाया गया। जमीन पर अब भी किसान काबिज़ है। यह मामला प्रमुख सचिव चकबंदी तक पहुंचा तो उन्होंने फिर से जांच के आदेश दिए हैं।

क्या है पूरा मामला
यह मामला सोरांव तहसील के गांव उमरिया बादल उर्फ गेंदा गांव का है। गांव की 238 बीघा 19 बिस्वा दो धूर जमीन साल 1964 तक अभिलेखों में ऊसर में दर्ज थी। वर्ष 1975 में ग्राम प्रधान के बयान के आधार पर उसे विक्रमाजीत के नाम दर्ज कर दिया गया था। उस दौरान आदेश के खिलाफ ग्रामीणों ने शिकायत की थी। इस जमीन का मामला चकबंदी अधिकारी की कोर्ट में कई वर्ष तक चला था। साल 1997 में तत्कालीन चकबंदी अधिकारी तरुण कुमार मिश्र ने इसको विक्रमाजीत के बेटे अमर सिंह और रघुवीर सिंह के नाम कर दिया। आदेश के बाद उन्होंने जमीन पर कब्जा कर लिया। वर्तमान में तरुण कुमार मिश्रा चकबंदी विभाग में अपर निदेशक हैं।

कमिश्नर ने डीसीसी को जांच सौंपी
पिछले दिनों इसकी शिकायत चकबंदी के प्रमुख सचिव पी. गुरुप्रसाद से की गई। उन्होंने जांच के लिए कमिश्नर प्रयागराज को पत्र भेजा। कमिश्नर ने 18 अप्रैल को उप संचालक चकबंदी डीसीसी को जांच के निर्देश दिए हैं। 

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