Prayagraj News : अंतर्जनपदीय गिरोह का भंडाफोड़, फाइनेंस ट्रकों के इंजन और चेसिस नंबर बदलकर धोखाधड़ी का खुलासा, तीन गिरफ्तार

UPT | पकड़े गए तीनों अंतर्जनपदीय गिरोह के मेंबर और ट्रक

Oct 06, 2024 12:35

प्रयागराज के गंगानगर में एक अनोखा मामला सामने आया है। जिसमे एक अंतर्जनपदीय गिरोह के द्वारा फाइनेंस ट्रैकों का चेसिस नंबर और इंजन नंबर पुराने ट्रकों से बदल देते थे।इसकी वजह से ट्रक मालिक को किश्त नही जमा करना पड़ता था।

Prayagraj News : प्रयागराज के गंगानगर इलाके में एक अनोखा और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें फाइनेंस किए गए ट्रकों के मालिकों ने फाइनेंस कंपनियों को धोखा देने के लिए एक शातिर गिरोह की मदद ली। यह गिरोह ट्रकों के इंजन और चेसिस नंबर बदलकर पुराने ट्रकों के कागजात नए ट्रकों में लगाकर उन्हें फाइनेंस कंपनियों से बचाता था। इस धोखाधड़ी की वजह से ट्रक मालिकों को ट्रक की किश्तें चुकाने की जरूरत नहीं पड़ती थी, जिससे फाइनेंस कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा था।

कैसे काम करता था गिरोह?
इस गिरोह का कामकाज काफी सुनियोजित था। गिरोह के सदस्य पुराने ट्रकों से इंजन और चेसिस नंबर निकालते थे और उन्हें नए ट्रकों पर फिट कर देते थे। इसके बाद, उन पुराने ट्रकों के कागजात भी नए ट्रकों में लगाकर यह दिखाया जाता था कि यह ट्रक वही पुराना है, जिसका फाइनेंस कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है। इस पूरे प्रक्रिया के कारण फाइनेंस कंपनी की नजरों में ट्रक गायब हो जाता था, और ट्रक मालिक को किश्तों का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं रहती थी। 



डीसीपी गंगानगर ने किया भंडाफोड़
इस धोखाधड़ी की सूचना जब गंगानगर के डीसीपी कुलदीप सिंह गुनावत को मिली, तो उन्होंने इस गिरोह को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया। डीसीपी ने बताया कि उन्हें सर्विलांस के जरिए जानकारी मिली थी कि कुछ लोग पुरानी ट्रकों के नंबर का इस्तेमाल नए ट्रकों पर कर रहे हैं। इसके बाद एसओजी की एक टीम को इस मामले की जांच में लगाया गया। एसओजी टीम को सूचना मिली कि श्रृंगवेरपुर के पास कुछ लोग फर्जी ट्रकों के साथ खड़े हैं। टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए लोगों में नवाबगंज निवासी मुकेश यादव, राम प्रकाश, और कौशांबी का रहने वाला नौशाद शामिल हैं। इनसे तीन फर्जी ट्रक भी बरामद किए गए, जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर माल ढुलाई का काम कर रहे थे। 

गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी
हालांकि, पुलिस को इस गिरोह के अभी दो अन्य साथियों की तलाश है। इनमें से एक प्रतापगढ़ का रहने वाला है, जबकि दूसरा प्रयागराज के बहरिया थाना क्षेत्र का निवासी बताया जा रहा है। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए भी अभियान चला रही है।

पुलिस को सुनकर हुई हैरानी
पुलिस इस गिरोह के काम करने के तरीके को देखकर हैरान है। गिरोह की योजना इतनी चतुराई से बनाई गई थी कि फाइनेंस कंपनियों को इसका पता भी नहीं चलता था। पुलिस अब इस पूरे गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों और जाली दस्तावेज बनाने वालों की भी तलाश कर रही है। इस मामले में डीसीपी कुलदीप सिंह गुनावत ने कहा कि इस तरह के मामलों में और भी कई खुलासे होने की संभावना है और पुलिस इस दिशा में तेजी से काम कर रही है।

फर्जीवाड़े के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी
प्रयागराज पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और जल्द ही इस तरह के फर्जीवाड़ों को जड़ से खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। एसपी की अगुवाई में बनाई गई टीम पूरे मामले की जांच कर रही है और गिरोह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। इस घटना ने प्रयागराज के ट्रक मालिकों और फाइनेंस कंपनियों के बीच काफी हलचल मचा दी है। 

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