डॉ. राजेंद्र प्रसाद, भारत के पहले राष्ट्रपति, का प्रयागराज से विशेष जुड़ाव था। उनका संबंध केवल धार्मिक आस्था से नहीं, बल्कि शैक्षिक और कानूनी क्षेत्र में किए गए उनके योगदान से भी गहरा था। प्रयागराज के कुंभ मेले में उनकी भागीदारी से लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के साथ उनके संबंध, उनके जीवन की विविधता को दर्शाते हैं।