कौशांबी के अस्पताल में नकली प्लेटलेट्स का खेल : मरीज की हालत गंभीर, डीएम ने दिए जांच के आदेश

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

Dec 05, 2024 00:33

कौशांबी के अस्पताल में एक मरीज को प्लेटलेट्स कम होने का हवाला देते हुए उन्हें तुरंत भर्ती कर लिया गया। परिवार का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों ने साजिश के तहत मरीज को नकली प्लेटलेट्स चढ़ाईं, जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई।

Kaushambi News : उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां एक निजी अस्पताल पर मरीज को डेंगू का डर दिखाकर नकली प्लेटलेट्स चढ़ाने का आरोप लगाया गया है। इस घटना ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मरीज की हालत बिगड़ने पर उसे प्रयागराज के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसे लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है। इस मामले की जानकारी मिलते ही डीएम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच के आदेश दिए हैं।

नकली प्लेटलेट्स चढ़ाने से बिगड़ी हालत
कौशांबी जिले के महेवाघाट थाना क्षेत्र के अलवारा गांव निवासी कृपा शंकर, जो पेशे से अधिवक्ता हैं, कुछ दिनों पहले बुखार की शिकायत के बाद मंझनपुर के आकांक्षा हॉस्पिटल में इलाज के लिए पहुंचे। अस्पताल द्वारा कराई गई जांच में उन्हें डेंगू होने की जानकारी दी गई। रिपोर्ट में मरीज के प्लेटलेट्स कम होने का हवाला देते हुए उन्हें तुरंत भर्ती कर लिया गया। परिवार का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों ने साजिश के तहत मरीज को नकली प्लेटलेट्स चढ़ाईं, जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई। मरीज की स्थिति नाजुक होने पर परिजन उन्हें आकांक्षा अस्पताल से निकालकर प्रयागराज के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां उन्हें गंभीर हालत में लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है।

परिवार ने की न्याय की मांग
मंगलवार को पीड़ित परिवार ने डीएम मधुसूदन हुल्गी को इस घटना की शिकायत करते हुए न्याय की गुहार लगाई। परिवार ने आरोप लगाया कि निजी अस्पताल ने जानबूझकर गलत तरीके से इलाज किया, जिससे मरीज की जान खतरे में पड़ गई।

डीएम ने जांच के आदेश दिए
घटना पर संज्ञान लेते हुए डीएम मधुसूदन हुल्गी ने एसडीएम मंझनपुर की अध्यक्षता में दो एसीएमओ सहित तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की है। यह टीम अस्पताल के रजिस्ट्रेशन, डॉक्टरों, स्टाफ और अन्य तकनीकी बिंदुओं की गहन जांच करेगी। डीएम ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल
डीएम ने यह भी कहा कि यह मामला संकेत देता है कि कुछ निजी अस्पताल मरीजों को गुमराह करने और उनकी जान से खिलवाड़ करने में लगे हुए हैं। उन्होंने जांच के दौरान यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया कि मरीज को सही इलाज मिले और दोषियों को सजा मिले।

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