धर्मांतरण के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ : मुख्य आरोपी इकलाख फरार, फतेहपुर में अवैध धर्म परिवर्तन का जाल अभी भी फैला

UPT | मौलाना उमर गौतम

Sep 14, 2024 02:29

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में पिछले दो वर्षों में, जिले में ईसाई मिशनरियों और मुस्लिम धर्म में अवैध धर्म परिवर्तन के कई बड़े मामले सामने आए हैं।

Short Highlights
  • फतेहपुर में पिछले दो वर्षों में धर्म परिवर्तन के कई बड़े मामले सामने आए हैं
  • उमर गौतम और नुरुल हुदा प्रबंधक समेत तीन अन्य व्यक्तियों पर आरोप
  • एक किशोरी को अगवा कर 'लव जिहाद' के तहत धर्म परिवर्तन कराया गया
Fatehpur News : उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में पिछले दो वर्षों में, जिले में ईसाई मिशनरियों और मुस्लिम धर्म में अवैध धर्म परिवर्तन के कई बड़े मामले सामने आए हैं। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने कई प्रयास किए, लेकिन इन मामलों में मजबूत कानूनी कार्रवाई का अभाव रहा। फतेहपुर के पंथुआ गांव के मौलाना उमर गौतम को सजा मिलने के बाद इलाके के लोगों ने संतोष जाहिर किया, लेकिन अधिकांश लोगों का मानना है कि यह सजा कम है और ऐसे घृणित अपराध के लिए फांसी की सजा होनी चाहिए थी। उमर गौतम और नुरुल हुदा प्रबंधक समेत तीन अन्य व्यक्तियों पर आरोप तय किए गए हैं, लेकिन करीब दो साल बीतने के बाद भी इस मामले में कोई ठोस निर्णय नहीं आ पाया है।

ईसाई मिशनरियों की अवैध गतिविधियां
शहर के हरिहरगंज स्थित ईसीआई और प्रेस्बिटेरियन चर्च पर लंबे समय से अवैध धर्मांतरण के आरोप लगते रहे हैं। ये गतिविधियां पिछले तीन-चार दशकों से चल रही हैं, जहां धर्मांतरण की फैक्ट्री चलाई जा रही है। मिशनरी संगठनों का भंडाफोड़ 14 अप्रैल 2022 को हुआ, जब विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने ईसीआई चर्च में हंगामा किया। इस घटना में पादरी मुकुल समेत 55 लोगों को नामजद किया गया।

सामूहिक धर्म परिवर्तन का भंडाफोड़
2022 में धर्मांतरण की फैक्ट्री के बड़े भंडाफोड़ की घटना हुई थी। 21 जून 2022 को वाराणसी निवासी सुधांशु की शिकायत पर सदर कोतवाली क्षेत्र के तुराब अली का पुरवा सईद गार्डेन में पुलिस ने छापा मारा। इस दौरान दो कमरों में 60 छात्र मिले, जिन्हें बेरोजगारी का लालच देकर मुस्लिम धर्म में धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा था। इन छात्रों को बिहार के इकलाख और उसके गैंग के सदस्यों द्वारा बुलाया गया था। उन्हें रोजगार प्रशिक्षण के नाम पर मौलवियों से मुस्लिम धर्म की शिक्षा दी जा रही थी। इस मामले में इकलाख, अरमान अली, मोहसिन, यासीन और आलिम समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।

मुख्य आरोपी फरार 
मुख्य आरोपी इकलाख अब तक फरार है। प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद इकलाख को पकड़ने में सफलता नहीं मिल पाई है। धर्मांतरण की यह अवैध गतिविधियां अलग-अलग क्षेत्रों में फैलती जा रही हैं। इन गतिविधियों में लिप्त लोग कानूनी दावपेंच का लाभ उठाकर कानून की गिरफ्त से दूर हैं, जिससे समाज में धर्मांतरण का खतरा बढ़ता जा रहा है।

पिछले दिनों के प्रमुख धर्म परिवर्तन के मामले
धर्म परिवर्तन के मामलों में बढ़ोतरी चिंताजनक है। अगस्त 2024 में खागा कोतवाली की एक युवती को महाराष्ट्र ले जाकर धर्म परिवर्तन कराया गया। इसी तरह, जनवरी 2023 में बकेवर थाना क्षेत्र की एक युवती का अपहरण कर घाटमपुर के अमन कुरैशी ने उसका धर्म परिवर्तन करवाया। अक्टूबर 2023 में खखरेरू थाने के कठरिया में ईसाई मिशनरी द्वारा सामूहिक धर्म परिवर्तन की घटना सामने आई।

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मई 2022 में सदर कोतवाली की एक किशोरी को अगवा कर 'लव जिहाद' के तहत धर्म परिवर्तन कराया गया। इसी तरह, दिसंबर 2023 में ललौली थाना क्षेत्र की एक महिला का गाजियाबाद ले जाकर धर्म परिवर्तन किया गया। नवंबर 2022 में शहर के एक नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर ने इटावा की एक युवती का धर्म परिवर्तन करवाया, जबकि अगस्त 2022 में गाजीपुर कस्बे में फर्जी आईडी से रहने वाले नेपाली मौलाना पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगा।

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