'IPS इल्मा ने खुद पत्र लिखकर मांगा था ट्रांसफर ' : हाईकोर्ट में DGP और गृह सचिव ने दिया जवाब, पुलिस मुख्यालय में तैनात है महिला अधिकारी

UPT | allahabad HighCourt

Jan 04, 2025 23:22

हिमाचल हाईकोर्ट में शनिवार को एसपी बद्दी इल्मा अफरोज की तत्काल नियुक्ति के लिए दायर जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। कोर्ट में राज्य के गृह सचिव और डीजीपी ने एडवोकेट जनरल के माध्यम से जवाब पेश किया...

Prayagraj News : हिमाचल हाईकोर्ट में शनिवार को एसपी बद्दी इल्मा अफरोज की तत्काल नियुक्ति के लिए दायर जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। कोर्ट में राज्य के गृह सचिव और डीजीपी ने एडवोकेट जनरल के माध्यम से जवाब पेश किया। उन्होंने बताया कि आईपीएस अधिकारी इल्मा अफरोज ने खुद सरकार से ट्रांसफर की मांग की थी। इसके बाद सरकार ने उन्हें पुलिस मुख्यालय में तैनाती दी और 16 दिसंबर से वे पुलिस मुख्यालय में तैनात हैं।

अधिकारियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था
यह मामला चीफ जस्टिस गुरमीत सिंह संधावालिया और न्यायाधीश सत्येन वेद्य की अदालत में सुना गया। पिछली सुनवाई में न्यायाधीश विवेक सिंह ठाकुर और न्यायाधीश राकेश कैंथला की बेंच ने सुचा राम की जनहित याचिका पर दोनों अधिकारियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था। सुचा राम ने इस मामले में हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमें इल्मा अफरोज की जल्द बद्दी में तैनाती की मांग की गई थी। उनका कहना था कि इल्मा अफरोज की तैनाती से बद्दी की जनता कानून के हाथों सुरक्षित महसूस करेगी।



इल्मा अफरोज की तैनाती से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था में सुधार
सुचा राम ने अदालत में बताया कि बद्दी, बरोटीवाला और नालागढ़ क्षेत्र में ड्रग और खनन माफिया सक्रिय थे, लेकिन इल्मा अफरोज की तैनाती के बाद पुलिस ने इन माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। याचिकाकर्ता ने कहा कि इल्मा ने एनजीटी और हिमाचल हाईकोर्ट के आदेशों को लागू करते हुए अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई। इसके परिणामस्वरूप, क्षेत्र के लोग अब खुद को सुरक्षित महसूस करने लगे थे, क्योंकि पुलिस ने माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए थे।

हाईकोर्ट के आदेशों के बाद भी नहीं हुआ इल्मा का तबादला
प्रार्थी ने 9 सितंबर 2024 के हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट ने इल्मा अफरोज पर भरोसा जताया था और एक आपराधिक मामले की जांच के लिए उन्हें नियुक्त किया था। हालांकि, इल्मा के स्थानांतरण के बाद क्षेत्र में पुलिस की कार्यशैली में बदलाव आया, जिससे वहां की जनता परेशान हो गई। इल्मा के कार्यकाल में पुलिस ने अवैध गतिविधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की थी, लेकिन अब कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है।

पुलिस मुख्यालय में तैनाती
इल्मा अफरोज की छुट्टी के बाद, सरकार ने उन्हें पुलिस मुख्यालय में तैनात किया। 16 दिसंबर को उन्होंने फिर से सेवा शुरू की, लेकिन अभी तक उन्हें बद्दी एसपी के तौर पर तैनाती के आदेश नहीं मिले हैं। उच्च अधिकारियों से आदेश का इंतजार किया जा रहा है। इस समय, इल्मा अफरोज पुलिस मुख्यालय में ही तैनात हैं, जबकि बद्दी क्षेत्र में उनकी तैनाती की मांग की जा रही है। जनहित याचिका में उनकी तैनाती को लेकर अदालत में सुनवाई जारी है।

बद्दी क्षेत्र में अवैध खनन और ड्रग माफिया पर कड़ी कार्रवाई
सुचा राम ने कहा कि इल्मा अफरोज के एसपी बद्दी बनने से पहले, क्षेत्र में ड्रग माफिया और अवैध खनन माफिया अपनी गतिविधियों में व्यस्त थी। विशेष रूप से, बद्दी और नालागढ़ में स्थित 43 स्टोन क्रशर में अधिकांश अवैध खनन कर रहे थे। इल्मा ने इन माफियाओं पर कड़ी निगरानी रखी और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की। याचिकाकर्ता का मानना है कि इल्मा की तैनाती से ही इस क्षेत्र में कानून का राज स्थापित हुआ और अवैध गतिविधियों में कमी आई।

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