संगम नगरी में सपनों का घर बनाना होगा आसान : पीडीए ने शुरू की जमीन खरीदने की प्रक्रिया, पांच हजार से अधिक प्लॉट होंगे उपलब्ध

UPT | प्रयागराज विकास प्राधिकरण।

Aug 28, 2024 01:39

संगम नगरी प्रयागराज में पीडीए ने जमीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ऐसे में यहां अपने सपनों का घर बनाने का सपना देखने वालों का अरमान जल्द पूरा हो जाएगा। नैनी, झूंसी, फाफामऊ और झलवा क्षेत्रों में जमीन खरीदी जा रही है।

Short Highlights
  • पीडीए की तरफ से 80, 100, 120, 150, 160 और 200 वर्गमीटर के प्लॉट तैयार किए जाएंगे 
  • जमीन की तलाश लगभग पूरी हो गयी है, इसी इलाके से कॉलोनी बसाने के कार्य की शुरुआत की जा सकती है 
Prayagraj News: संगम नगरी प्रयागराज में अपने सपनों का घर बनाने का सपना देख रहे लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने शहर में आवासीय भूखंडों की बिक्री के लिए जमीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया के तहत पीडीए प्रयागराज के नैनी, झूंसी, फाफामऊ और झलवा क्षेत्रों में किसानों से जमीन खरीद रहा है, जिससे जल्द ही यहां पांच हजार से अधिक प्लॉट उपलब्ध हो सकेंगे। 

पीडीए का बड़ा कदम : किसानों से 1 हजार बीघे जमीन की खरीद
प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने शहरी क्षेत्रों में आवासीय भूखंडों को विकसित करने की योजना के तहत 1 हजार बीघे से अधिक जमीन खरीदने का लक्ष्य रखा है। पीडीए के सचिव अजीत कुमार सिंह के अनुसार, इस योजना के तहत किसानों से जमीन खरीदकर उसे विकसित कर आवासीय भूखंड के रूप में आम जनता को आवंटित किया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण ने शहरी क्षेत्र में विभिन्न जमीनों की पहचान की है और उन किसानों से आवेदन मांगे हैं जो अपनी जमीन बेचने के इच्छुक हैं। इस प्रक्रिया के बाद, खरीदी गई जमीनों को विकसित कर वहां आवासीय कॉलोनियां बसाई जाएंगी।

पांच हजार से अधिक आवासीय भूखंडों की योजना
पीडीए के सचिव ने जानकारी दी कि योजना के तहत विभिन्न स्थानों पर पांच हजार से अधिक आवासीय भूखंड तैयार किए जाएंगे। इन भूखंडों की बिक्री अलग-अलग सर्किल रेट के आधार पर की जाएगी, जिससे ग्राहकों को उनकी आवश्यकताओं और बजट के अनुसार प्लॉट मिल सकेगा। इसके अलावा, इन स्थानों पर कुछ व्यावसायिक भूखंड भी विकसित किए जाएंगे, जिनकी बिक्री व्यावसायिक दरों पर की जाएगी। यह योजना उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी जो उचित दर पर प्लॉट खरीदना चाहते हैं और संगम नगरी में अपना घर बनाने का सपना देख रहे हैं।

किसानों से 500 बीघे जमीन की खरीद की प्रक्रिया शुरू
शहरी सीमा के अंदर और गंगा-यमुना के पार शहरी इलाकों में भी जमीन खरीदने की प्रक्रिया तेज हो गई है। पीडीए ने 500 बीघे से अधिक जमीन के लिए किसानों के साथ बातचीत की है, और कई किसान अपनी जमीन बेचने के लिए तैयार हो गए हैं। इन जमीनों को खरीदकर पीडीए जल्द ही कॉलोनियों का निर्माण कार्य शुरू करेगा। योजना के तहत 80 वर्ग मीटर से लेकर 200 वर्ग मीटर तक के प्लॉट आवासीय भूखंड के रूप में बेचे जाएंगे, जबकि 200 वर्ग मीटर से बड़े प्लॉट व्यावसायिक भूखंड के रूप में उपलब्ध कराए जाएंगे।

10 से 18 मीटर चौड़ी सड़कों वाली कॉलोनियों की योजना 
पीडीए की इस आवासीय योजना के तहत कॉलोनियों में 10 से 18 मीटर चौड़ी सड़कें बनाई जाएंगी। इसके अलावा, वहां सभी आवश्यक सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी, ताकि प्लॉट खरीदने वालों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। बताया जा रहा है कि फाफामऊ इलाके में जमीन की तलाश लगभग पूरी हो चुकी है और वहीं से कॉलोनी बसाने का कार्य शुरू किया जा सकता है।

अलग-अलग आकार के प्लॉट और उनके दर
पीडीए द्वारा बसाई जाने वाली इन कॉलोनियों में 80, 100, 120, 150, 160, और 200 वर्ग मीटर के प्लॉट तैयार किए जाएंगे। प्रत्येक क्षेत्र के सर्किल रेट के अनुसार प्लॉट की कीमत तय की जाएगी, जिससे नैनी, झूंसी, फाफामऊ और झलवा क्षेत्रों के प्लॉट की कीमतें अलग-अलग होंगी। इस योजना के तहत, लोग अपने बजट और आवश्यकताओं के अनुसार प्लॉट का चयन कर सकेंगे, जिससे संगम नगरी में अपने सपनों का घर बनाने का उनका सपना जल्द ही साकार हो सकेगा।

पीडीए की इस योजना ने न केवल स्थानीय लोगों के बीच उत्साह बढ़ाया है, बल्कि यह शहर के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इससे प्रयागराज में आवासीय और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में नई संभावनाएं उभरेंगी, जो शहर की आर्थिक प्रगति को और भी मजबूती प्रदान करेंगी। 

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