महाकुंभ से पहले प्रयागराज में तेंदुए का आतंक : चार लोग गंभीर रूप से घायल, ग्रामीण और वन विभाग की टीम गश्त कर रही

UPT | तेंदुए के हमले में घायल व्यक्ति। (इनसेट में)

Dec 28, 2024 16:39

महाकुंभ 2025 की तैयारियों के बीच प्रयागराज के शंकरगढ़ में तेंदुए के हमले से हड़कंप मच गया। नेवरिया गांव में 12 वर्षीय बालक समेत 4 लोग घायल हो गए। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, हालत गंभीर लेकिन स्थिर है।

Prayagraj News : महाकुंभ 2025 की तैयारियों के बीच प्रयागराज के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र में तेंदुए के हमले ने हड़कंप मचा दिया है। शुक्रवार को ग्राम पंचायत नेवरिया के मजरा पूरे भट्टू गांव में तालाब के पास मछली पकड़ने गए 12 वर्षीय बालक और तीन अन्य लोगों पर तेंदुए ने हमला कर दिया। घटना से ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया है। घटना के बाद घायल पिंटू और अन्य तीन व्यक्तियों को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। डॉक्टरों के अनुसार सभी की हालत गंभीर लेकिन स्थिर है। 



दोस्तों के साथ तालाब में मछली पकड़ते समय किया हमला  
12 वर्षीय पिंटू, निवासी खातिलवार, थाना जनेह, जनपद रीवा अपने दोस्तों के साथ तालाब में मछली पकड़ने गया था। इसी दौरान जंगल से निकले तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। पिंटू गंभीर रूप से घायल हो गया। उसकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हो गए, जिसके बाद तेंदुए ने बचाव के प्रयास में पहुंचे बाबूलाल, भैरव प्रसाद (खातिलवार निवासी) और बृजलाल (पूरे भट्ट निवासी) पर भी हमला कर दिया। इन तीनों को भी गंभीर चोटें आई हैं।

तेंदुए की तलाश और वन विभाग की कार्रवाई 
घटना की जानकारी मिलते ही शंकरगढ़ थाना पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, चूंकि यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बॉर्डर से सटा हुआ है, इसलिए मध्य प्रदेश के वन विभाग को भी सूचना दी गई। वन विभाग के साथ तेंदुए को पकड़ने के लिए ग्रामीणों ने लाठी-डंडे लेकर जंगल में खोजबीन शुरू की। इस दौरान अधिकारियों ने तेंदुए के संभावित ठिकानों की तलाश शुरू की और  घटनास्थल के आसपास के क्षेत्रों में पिंजरे लगाने की योजना बनाई। वन विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। जल्द ही उसे पकड़ने के लिए ट्रैपिंग अभियान शुरू किया जाएगा।  

तेंदुए के हमले से ग्रामीणों में दहशत का माहौल 
तेंदुए के हमले के बाद शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के आस पास के ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। घटना के बाद पूरे इलाके में भय का माहौल है। जिसको लेकर लोगों ने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई और सुरक्षा की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि घटना के बाद से गांव के लोग बारी बारी से झुंड बनकर रातभर निगरानी करते रहे। उनका कहना है जब तक तेंदुआ नहीं पकड़ा जाएगा उन पर हमले का खतरा बना रहेगा।

प्रशासन और वन विभाग की अपील
प्रशासन और वन विभाग की ओर से ग्रामीणों को सावधान रहने की अपील की गई है। ग्रामीणों को जंगल के पास जाने से बचने की सलाह दी गई है।तेंदुए के किसी भी संकेत पर तुरंत वन विभाग को सूचना दें। महाकुंभ से पहले क्षेत्र में व्यापक सुरक्षा और निगरानी सुनिश्चित की जाएगी।महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, इसलिए वन विभाग और प्रशासन के लिए यह चुनौतीपूर्ण स्थिति है। महाकुंभ के आयोजन को देखते हुए प्रशासन को तेंदुए की समस्या का शीघ्र समाधान करना होगा ताकि श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। 

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