फतेहपुर में दलित युवक के साथ बर्बरता : सिर मुंडवाकर गांव में घुमाने का आरोप, इलाके में तनाव

UPT | फतेहपुर में दलित युवक के साथ बर्बरता

Dec 28, 2024 01:27

पीड़ित युवक शिवबरन पासवान ने बताया कि वह गुरुवार को अपने बेटे के इलाज के लिए जा रहा था, जब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उसे घेर लिया और धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए गालियां दीं।

Fatehpur News : उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एक दलित युवक के साथ मारपीट और बर्बरता का मामला सामने आया है। आरोप है कि हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने युवक को ईसाई धर्म परिवर्तन का आरोप लगाकर पीटा, सिर मुंडवाया, और पूरे गांव में घुमाया। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो गया है। मामला खागा कोतवाली क्षेत्र के ऐलई गांव का बताया जा रहा है।

सिर मुंडवाकर गांव में घुमाने का आरोप
पीड़ित युवक शिवबरन पासवान ने बताया कि वह गुरुवार को अपने बेटे के इलाज के लिए जा रहा था, जब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उसे घेर लिया और धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए गालियां दीं। शुक्रवार को वह उन्नाव से लौटकर आया तो कार्यकर्ताओं ने फिर उसे पकड़ लिया। आरोप है कि उसे जबरन मंदिर में ले जाया गया, पूजा-पाठ कराया गया और सिर मुंडवाकर गांव में घुमाया गया। शिवबरन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है।

विहिप और बजरंग दल का पक्ष
बजरंग दल के जिला संयोजक राजू सोनकर ने कहा कि कार्यकर्ता रोहित दीक्षित इस घटना में शामिल हैं या नहीं, इसकी जानकारी नहीं है। वहीं, विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष केके मिश्रा ने मारपीट के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि युवक ने अपनी मर्जी से हिंदू धर्म में वापसी की है। उन्होंने इसे विधि-विधान से की गई "घर वापसी" बताया।



पुलिस का बयान
एसपी फतेहपुर धवल जायसवाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पीड़ित युवक ने आरोप लगाया है कि उसे जबरन गांव में घुमाया गया और मारपीट की गई। वहीं, दूसरे पक्ष का कहना है कि यह घटना उसकी सहमति से हुई है। पुलिस ने कहा है कि जांच के बाद तथ्य सामने आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

इलाके में तनाव
घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। दो साल पहले भी पीड़ित युवक पर धर्म परिवर्तन कराने का मामला दर्ज किया गया था। इस बार की घटना ने प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल, मामले की जांच जारी है, और दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है, जबकि स्थानीय प्रशासन ने निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वायरल वीडियो ने इस मामले को गंभीर बना दिया है, और इसे लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

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