महाकुम्‍भ 2025 : हर घर जल गांव बसाने की योजना, 'जल मंदिर' का भी होगा निर्माण

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Dec 12, 2024 20:29

सरकार महाकुंभ-2025 में 'हर घर जल गांव' बसाने की योजना बना रही है। यह गांव 40 हजार स्क्वायर फीट क्षेत्र में बसाया जाएगा और इसमें जल जीवन मिशन के तहत बुंदेलखंड में हर घर तक नल से जल पहुंचाने की सफलता की कहानी दिखाई जाएगी।

Short Highlights
  • योगी सरकार हर घर जल गांव बसाएगी
  • महाकुम्भ में सुनाई जाएगी 'नए भारत के नए यूपी की कहानी
  • जल मंदिर का भी होगा निर्माण
Prayagraj News : सरकार महाकुंभ-2025 में 'हर घर जल गांव' बसाने की योजना बना रही है। यह गांव 40 हजार स्क्वायर फीट क्षेत्र में बसाया जाएगा और इसमें जल जीवन मिशन के तहत बुंदेलखंड में हर घर तक नल से जल पहुंचाने की सफलता की कहानी दिखाई जाएगी। इस गांव में नए भारत और नए उत्तर प्रदेश के गांवों की सफलता की दास्तां भी श्रद्धालुओं, पर्यटकों और कल्पवासियों को सुनाई जाएगी। इस प्रोजेक्ट की तैयारी ग्रामीण जलापूर्ति और नमामि गंगे विभाग कर रहा है, जो महाकुंभ में इस पहल को वास्तविकता बनाने के लिए काम कर रहे हैं।

51 दिन तक चलेगी प्रदर्शनी
योगी सरकार के प्रयासों से कभी प्यासे रहे बुंदेलखंड में अब पेयजल की समस्या का समाधान हो चुका है। इस सफलता की कहानी को प्रदर्शनी के रूप में पेश किया जाएगा, जिसका विषय होगा 'पेयजल का समाधान, मेरे गांव की नई पहचान'। यह प्रदर्शनी 5 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगी और 51 दिनों तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रदर्शनी में बुंदेलखंड की ग्रामीण महिलाएं अपनी बदलाव की कहानी साझा करेंगी, विशेष रूप से उन गांवों से जहां पानी की कमी के कारण शादी तक नहीं हो पाती थी। ललितपुर और महोबा की महिलाएं भी, जिनके सिर से बाल पानी ढोने के कारण गायब हो गए थे, शुद्ध पानी मिलने से उनके जीवन में आए बदलाव के बारे में बताएंगी।


पांच भाषाओं में सुनाई जाएगी कहानी
महाकुम्भ में आयोजित प्रदर्शनी में जल जीवन मिशन के तहत यूपी में आए बदलाव की कहानी को पांच भाषाओं में प्रस्तुत किया जाएगा। यहां हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, तेलगू और मराठी में जानकारी उपलब्ध होगी, ताकि देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक इसे समझ सकें। प्रदर्शनी में ललितपुर के 'बाल विहट' गांव की भी सफलता की कहानी दिखाई जाएगी, जहां पहले लोग सांपों वाले कुएं का पानी पीते थे, लेकिन अब मोदी-योगी सरकार ने वहां के लोगों को शुद्ध पेयजल पहुंचाया है। इसके अलावा, जल जीवन मिशन से विंध्य-बुंदेलखंड में हुए बदलाव की सफलता की कहानी पुस्तक के माध्यम से भी प्रदर्शित की जाएगी।

महाकुम्भ में 'जल मंदिर' का निर्माण
ग्रामीण जलापूर्ति और नमामि गंगे विभाग महाकुम्भ में 'जल मंदिर' बनाएगा, जहां भगवान शिव की जटा से गंगा धरती पर अवतरित होती नजर आएंगी। इस मंदिर का उद्देश्य जल को जीवनदायिनी और दिव्य प्रसाद के रूप में प्रस्तुत करना है, जिससे लोगों में जल का संरक्षण करने का संदेश दिया जाएगा। 'जल मंदिर' में सुबह और शाम को जल आरती आयोजित की जाएगी, जिसमें जल जीवन मिशन की सफलता और जल संरक्षण के महत्व को भी उजागर किया जाएगा। यह आरती श्रद्धालुओं को जल के महत्व को समझाने और इसके संरक्षण के प्रति जागरूक करने का एक प्रभावी तरीका होगा।

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