Mahakumbh 2025 : संगम नगरी में साइकिल वाले बाबा की अनूठी यात्रा, महाकुंभ में आकर्षण का केंद्र बने संपत दास

UPT | महाकुंभ

Dec 22, 2024 11:32

पंडित संपत दास रामानुज ब्रह्मचारी जो बिहार के औरंगाबाद जिले के रहने वाले हैं। बाबा खुद को भगवान भोलेनाथ के परम भक्त बताते हैं और उनके मुताबिक भगवान महादेव ने ही उन्हें साइकिल से देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों का भ्रमण करने का संकेत दिया।

Prayagraj News : प्रयागराज के महाकुंभ में हर साल लाखों श्रद्धालु और संत महात्मा आकर आस्था की डुबकी लगाते हैं, लेकिन इस बार एक अनोखे बाबा ने साइकिल से यात्रा करते हुए संगम की रेती पर अपना आश्रम बना लिया है। यह बाबा न केवल अपनी साइकिल से महाकुंभ पहुंचे हैं, बल्कि उन्होंने इसे पूरी तरह से एक धार्मिक आश्रम का रूप दे दिया है। साइकिल के जरिए अपने धर्मिक यात्रा को अंजाम देने वाले इस बाबा को लोग अब "साइकिल वाले बाबा" के नाम से पहचानने लगे हैं।

बाबा संपत दास की अनोखी यात्रा
इस बाबा का नाम है पंडित संपत दास रामानुज ब्रह्मचारी जो बिहार के औरंगाबाद जिले के रहने वाले हैं। बाबा खुद को भगवान भोलेनाथ के परम भक्त बताते हैं और उनके मुताबिक भगवान महादेव ने ही उन्हें साइकिल से देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों का भ्रमण करने का संकेत दिया। इसके बाद उन्होंने अपनी यात्रा शुरू की और सबसे पहले महाकालेश्वर के दर्शन करने के लिए उज्जैन गए। इसके बाद साइकिल से विभिन्न तीर्थ स्थलों का भ्रमण करते हुए अब वह प्रयागराज महाकुंभ में संगम की रेती पर आकर यहां धूनी रमाने के लिए पहुंचे हैं।



साइकिल पर सजा आश्रम
बाबा संपत दास ने अपनी साइकिल को पूरी तरह से आश्रम के रूप में सजा रखा है। साइकिल के पिछले हिस्से पर उनका बिस्तर और आसन रखा हुआ है। इसके अलावा साइकिल पर चारों तरफ धार्मिक झंडे और देवी-देवताओं की तस्वीरे लगी हुई हैं। बाबा ने अपनी साइकिल को धूप और धूल से बचाने के लिए चारों तरफ अस्थाई रूप से पैक कर लिया है। इस साइकिल पर उन्होंने सुरक्षा के लिए आगे की तरफ कई शीशे भी लगाए हैं, ताकि रात के वक्त हाईवे पर चलने वाले वाहनों की लाइट इन शीशों पर पड़कर वाहन चालकों को सचेत कर सके कि सामने से कोई आ रहा है।

ये भी पढ़ें : महाकुंभ 2025 : मेले में बन रही है भव्य 'डोम सिटी', त्रिवेणी संगम के किनारे मिलेगा हिल स्टेशन का अनुभव

महाकुंभ में साइकिल से यात्रा
बाबा संपत दास का कहना है कि वह पूरे महाकुंभ तक यहीं रहेंगे और इस दौरान वह साइकिल से ही पूरे मेला क्षेत्र का भ्रमण करेंगे। उनका इरादा महाकुंभ में सभी श्रद्धालुओं के कल्याण की कामना करना है और वह सभी सनातन धर्मियों को एकजुट होकर रहने का संदेश देंगे। महाकुंभ में उनकी साइकिल से यात्रा करना और उनके साथ फोटो खींचने के लिए लोग काफी उत्साहित होते हैं। बाबा का यह अनोखा तरीका सबका ध्यान आकर्षित कर रहा है और वह लोगों के बीच विशेष रूप से चर्चित हो गए हैं।

Also Read