महाकुंभ जाने वाले ध्यान दें : अब बजट में मिलेंगे होटल, सस्ते रैन बसेरा और पंडाल, जानें पूरी जानकारी!

UPT | AI

Jan 10, 2025 17:15

महाकुंभ मेला 2025 का आयोजन प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 जनवरी तक होगा। हर 12 साल में आयोजित होने वाले इस भव्य धार्मिक आयोजन में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।

Prayagraj News : महाकुंभ मेला 2025 का आयोजन प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 जनवरी तक होगा। हर 12 साल में आयोजित होने वाले इस भव्य धार्मिक आयोजन में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इस विशाल मेले में ठहरने की व्यवस्था करना अक्सर चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि भीड़ बढ़ने के साथ होटलों और धर्मशालाओं की कीमतें भी बढ़ जाती हैं। हालांकि, इस बार प्रशासन ने बजट में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष रैन बसेरों और आश्रमों की व्यवस्था की है, जहां वे सस्ते में ठहर सकते हैं।

संगम स्थल पर मुफ्त रैन बसेरा
अगर आप संगम क्षेत्र में ठहरना चाहते हैं, तो यहां प्रशासन द्वारा बनाए गए मुफ्त रैन बसेरों में रुक सकते हैं। यहां ठहरने के लिए आपको केवल अपना मोबाइल नंबर दर्ज कराना होगा। ये रैन बसेरे सुविधाजनक और सुरक्षित हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए आरामदायक ठहराव का विकल्प प्रदान करते हैं।

तीर्थ पुरोहितों के पंडाल
संगम क्षेत्र में तीर्थ पुरोहितों के लिए विशेष पंडाल लगाए जाते हैं। ये पंडाल श्रद्धालुओं को ठहरने की अनुमति भी देते हैं। यहां रुकने के लिए तीर्थ पुरोहितों से संपर्क कर अपनी जानकारी देनी होगी। आपकी ठहरने की अवधि और अन्य आवश्यक विवरण साझा करने के बाद आपको पंडाल में रुकने की अनुमति मिल सकती है।



झूंसी के आश्रम
अगर संगम क्षेत्र में जगह नहीं मिलती, तो गंगा के पूर्वी किनारे स्थित झूंसी क्षेत्र में बनाए गए आश्रम ठहरने के लिए बेहतर विकल्प हैं। यहां नाममात्र शुल्क में रुकने और स्नान की भी व्यवस्था उपलब्ध है। झूंसी में ठहरने के लिए पहले से अपनी अवधि की जानकारी देना आवश्यक है।

दरागंज क्षेत्र की धर्मशालाएं
पश्चिमी तट पर स्थित दरागंज क्षेत्र भी बजट में ठहरने के लिए एक अच्छा विकल्प है। यहां कई आश्रम और धर्मशालाएं उपलब्ध हैं जो आपकी जरूरत और बजट के अनुरूप ठहरने की सुविधा प्रदान करती हैं। महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन में ठहरने की सही योजना बनाकर आप अपनी यात्रा को आरामदायक और यादगार बना सकते हैं।

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