महाकुंभ 2025 : मेले में गूंजे गुरु नानक की अमृत वाणी, उदासीन संप्रदाय ने किया भव्य प्रवेश

UPT | अध्यात्म

Jan 10, 2025 21:16

संगम की पावन भूमि पर धर्म, अध्यात्म और भक्ति का संगम हो रहा है। महाकुंभ में सभी अखाड़े अपनी भव्य उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं...

Prayagraj News : संगम की पावन भूमि पर धर्म, अध्यात्म और भक्ति का संगम हो रहा है। महाकुंभ में सभी अखाड़े अपनी भव्य उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं, जिसमें शैव, वैष्णव और अब उदासीन संप्रदाय के अखाड़ों का योगदान भी महत्वपूर्ण हो गया है। इस कड़ी में, श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़े ने छावनी क्षेत्र में अपनी भव्य प्रवेश यात्रा निकाली, जिसने महाकुंभ की रौनक को और बढ़ा दिया।

अमृत वाणी से गूंजे महाकुंभ में उदासीन संप्रदाय का भव्य प्रवेश
गुरु नानक की अमृत वाणी से गूंजे महाकुंभ के इस दृश्य में श्रद्धालु और संतजन अपनी आस्था और भक्ति में लीन नजर आए। शैव और वैष्णव अखाड़ों के बाद अब उदासीन अखाड़ों का उद्घोष भी कुम्भ क्षेत्र में गूंजने लगा है। विशेष रूप से, श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा कुम्भ क्षेत्र में अपने प्रवेश के समय गुरु नानक की गुरबाणी से वातावरण को पवित्र कर रहा था। यात्रा में सबसे पहले अखाड़े के इष्ट भगवान श्री चन्द्रदेव की पालकी थी, जिसके पीछे साधु संत और महंतों का जुलूस चल रहा था। यह दृश्य श्रद्धालुओं के लिए किसी दिव्य अनुभव से कम नहीं था।



सात हजार साधु-संतों ने लिया हिस्सा
इस छावनी प्रवेश यात्रा में लगभग सात हजार साधु-संतों और महंतों ने भाग लिया। यात्रा की शुरुआत मुट्ठीगंज के मुंशी राम बगिया से हुई और शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए यह महाकुंभ क्षेत्र में पहुंची। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने संतों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया।

हर श्रद्धालु को समान सेवा का अवसर मिलेगा
महाकुंभ में श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़े द्वारा विभिन्न धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजन किए जाएंगे। इस अखाड़े के सचिव महंत जगतार मुनि के अनुसार, अखाड़े की तरफ से लंगर, चिकित्सा शिविर और संतों के प्रवचन जैसे आयोजन किए जाएंगे, जिससे लाखों श्रद्धालु लाभान्वित होंगे। इस अखाड़े में जातिवाद और ऊंच-नीच का कोई स्थान नहीं है, और यहां हर किसी को समान रूप से सेवा और आस्था का मौका मिलेगा।

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