Mahakumbh 2025 : एक देश-एक कार्ड के तहत मिलेगा अनाज, महाकुंभ में किसी भी राज्य के कार्डधारक ले सकेंगे राशन

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Jan 05, 2025 16:48

महाकुंभ में श्रद्धालुओं और कल्पवासियों के लिए सरकार ने एक देश-एक कार्ड योजना लागू की है, जिसके तहत किसी भी राज्य का राशन कार्ड हो, उन्हें मेला क्षेत्र में राशन मिलेगा। इस योजना के तहत कार्डधारक आंशिक रूप से भी राशन ले सकेंगे, जिससे उन्हें राशन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।

Short Highlights
  • श्रद्धालुओं के लिए एक देश-एक कार्ड योजना लागू
  • कार्डधारक आंशिक रूप से भी ले सकेंगे राशन
  • अस्थायी राशन कार्ड बनने की प्रक्रिया शुरू
     
Prayagraj News : महाकुंभ में श्रद्धालुओं और कल्पवासियों के लिए सरकार ने एक देश-एक कार्ड योजना लागू की है, जिसके तहत किसी भी राज्य का राशन कार्ड हो, उन्हें मेला क्षेत्र में राशन मिलेगा। इस योजना के तहत कार्डधारक आंशिक रूप से भी राशन ले सकेंगे, जिससे उन्हें राशन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। केंद्र सरकार की योजना के अनुसार, राशन कार्डधारकों को प्रति यूनिट ढाई-ढाई किलो मुफ्त चावल और गेहूं दिया जाता है। महाकुंभ में पांच लाख से अधिक कल्पवासियों के आने की उम्मीद है, और हजारों श्रमिक एवं स्वच्छता कर्मी भी महाकुंभ में कार्यरत होंगे।

दुकानों पर लागू होगी वन नेशन वन कार्ड योजना
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और कल्पवासियों के लिए राशन की सुविधा बढ़ा दी गई है। जिला पूर्ति अधिकारी सुनील सिंह ने बताया कि महाकुंभ क्षेत्र में 138 अस्थायी राशन दुकानें खोली गई हैं, जहां वन नेशन वन कार्ड योजना लागू की गई है। इसके तहत देश के किसी भी हिस्से का राशन कार्डधारक इन दुकानों से राशन प्राप्त कर सकेगा। खास बात यह है कि कार्डधारक आंशिक रूप से राशन ले सकते हैं, उदाहरण स्वरूप, अगर किसी कार्ड में चार सदस्य हैं, तो वह एक, दो या तीन सदस्यों का राशन ले सकता है, और शेष राशन संबंधित दुकान से प्राप्त किया जा सकेगा।


अस्थायी राशन कार्ड बनने की प्रक्रिया शुरू
महाकुंभ में आने वाले कल्पवासियों और श्रद्धालुओं को सस्ते दर पर राशन उपलब्ध कराने के लिए अस्थायी राशन कार्ड बनाये जा रहे हैं। इन कार्डों के माध्यम से प्रति व्यक्ति तीन किग्रा आटा, दो किग्रा चावल और एक किग्रा चीनी दी जाएगी। चावल की कीमत 6 रुपये, आटा 5 रुपये और चीनी 18 रुपये प्रति किग्रा होगी। राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो गई है, और इसे मेला क्षेत्र में खुले अस्थायी दुकानों पर आवेदन करने वालों के सत्यापन और सर्वे के आधार पर जारी किया जाएगा। इसके लिए 93 लेखपालों को नियुक्त किया गया है, जिन्हें आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया गया है।

अखाड़ों, संस्थाओं को दिए जाएंगे परमिट
महाकुंभ में आने वाले अखाड़ों और संस्थाओं को अधिक राशन की आवश्यकता को देखते हुए उन्हें परमिट जारी किए जाएंगे। यह प्रक्रिया 10 जनवरी से शुरू की जाएगी, और परमिट संस्थाओं की मांग तथा उनके सत्यापन के बाद जारी किए जाएंगे।

अस्थायी घरेलू गैस कनेक्शन की व्यवस्था
इसके अलावा, महाकुंभ में श्रद्धालुओं और कल्पवासियों के लिए अस्थायी घरेलू गैस कनेक्शन की व्यवस्था की जाएगी। श्रद्धालु अपने घर से लाए गैस सिलिंडर में भी गैस भरवा सकेंगे, लेकिन इसके लिए घरेलू कनेक्शन का साक्ष्य दिखाना होगा। महाकुंभ में 25 सेक्टरों में 138 राशन दुकानों और 24 गैस एजेंसियों की व्यवस्था की गई है, जबकि सत्यापन और सर्वे के लिए 93 लेखपाल नियुक्त किए गए हैं।

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