सुरक्षित महाकुंभ : जल पुलिस को दिए गए आधुनिक उपकरण, संगम पर तैनात होंगे रेस्क्यू स्टेशन्स और वाटर एंबुलेंस

UPT | जल पुलिस को दिए गए आधुनिक उपकरण

Jan 04, 2025 16:54

महाकुंभ के आयोजन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष तौर पर जल पुलिस की भूमिका अहम होगी, जो गंगा और यमुना नदियों की सुरक्षा और निगरानी के लिए जिम्मेदार होगी...

Prayagraj News : महाकुंभ के आयोजन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष तौर पर जल पुलिस की भूमिका अहम होगी, जो गंगा और यमुना नदियों की सुरक्षा और निगरानी के लिए जिम्मेदार होगी। योगी सरकार ने जल पुलिस को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस कर दिया है ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए तुरंत कार्रवाई की जा सके।

जल पुलिस को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया गया
महाकुंभ के दौरान संगम क्षेत्र की निगरानी के लिए जल पुलिस के जवानों को विभिन्न अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है। इनमें अंडर वाटर ड्रोन, सोनार सिस्टम, एफआरपी स्पीड मोटर बोट्स, और लाइफबॉय जैसे उपकरण शामिल हैं। इन उपकरणों के माध्यम से जल पुलिस संगम के प्रत्येक कोने पर निगरानी रखेगी और किसी भी अप्रत्याशित घटना से निपटने के लिए तत्पर रहेगी।

जल पुलिस के जवानों की संख्या बढ़ाई गई
महाकुंभ के आयोजन के दौरान जल पुलिस के जवानों की संख्या को बढ़ा दिया गया है। अब तक करीब 2500 जल पुलिस के जवान तटों की सुरक्षा के लिए तैनात किए जा चुके हैं। इसके अलावा मेला क्षेत्र में 17 जल पुलिस सब कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं, जिससे हर गतिविधि की सख्त निगरानी की जा सके। सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए मेला शुरू होने से पहले 1300 और जवानों की तैनाती की जाएगी। जिससे कुल संख्या 3800 हो जाएगी।



आपातकालीन सहायता के लिए किट और उपकरण उपलब्ध
जल पुलिस को आपातकालीन परिस्थितियों के लिए विशेष उपकरण प्रदान किए गए हैं। इनमें 100 डाइविंग किट, 440 लाइफबॉय, 3,000 लाइफ जैकेट, 415 रेस्क्यू ट्यूब, और 200 थ्रो बैग विद रोप शामिल हैं। इसके अलावा 4 वाटर एंबुलेंस भी तैनात की गई हैं जो तत्काल राहत पहुंचाने के लिए तैयार रहेंगी।

संगम क्षेत्र की सुरक्षा के लिए फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन
महाकुंभ के दौरान संगम क्षेत्र की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए 2 फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन बनाए गए हैं। इन स्टेशनों से तत्काल बचाव कार्य किया जा सकेगा। इसके अलावा 8 किमी के क्षेत्र में डीप वॉटर बैरीकेडिंग भी की गई है, ताकि नदी में होने वाली किसी भी प्रकार की घटना से सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

जल पुलिस बोली, कोई भी चूक न हो यह है प्रयास
डॉ. राजीव नारायण मिश्र प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक पीएसी पूर्वी जोन प्रयागराज ने कहा कि "महाकुंभ उत्तर प्रदेश जल पुलिस, पीएसी एवं एसडीआरएफ के लिए एक बड़ा अवसर है। हम पूरी कोशिश करेंगे कि संगम और अन्य क्षेत्रों की सुरक्षा और निगरानी में कोई भी चूक न हो। सरकार ने जल पुलिस और पीएसी को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया है और पर्याप्त जनशक्ति भी उपलब्ध करवाई है। हमारा मुख्य उद्देश्य महाकुंभ को पूरी तरह से 'इंसिडेंट फ्री' बनाना है।

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