जामा मस्जिद के पूर्व इमाम सुपुर्द-ए-खाक : शुक्रवार रात हुआ था इंतकाल, जनाजे में शामिल होने के लिए उमड़े लोग

UPT | जामा मस्जिद के पूर्व इमाम सुपुर्द-ए-खाक

Sep 22, 2024 15:16

इलाहाबाद के पूर्व शहर काजी, काजी व चौक जामा मस्जिद के पूर्व इमाम, सैय्यद मकबूल हुसैन हबीबी के नमाज-ए-जनाजा में हजारों लोगों ने कंधा देकर चौक, नखासकोहना, रौशन बाग, शौकत अली रोड, अटाला इस्लामिया इंटर कॉलेज से होते हुए…

Short Highlights
  • जामा मस्जिद के पूर्व इमाम सुपुर्द-ए-खाक
  • शुक्रवार रात हुआ था इंतकाल
  • जनाजे में शामिल होने के लिए उमड़े लोग
Prayagraj News : इलाहाबाद के पूर्व शहर काजी, काजी व चौक जामा मस्जिद के पूर्व इमाम, सैय्यद मकबूल हुसैन हबीबी का शुक्रवार की रात इंतकाल हो गया। उनकी आयु लगभग नब्बे वर्ष थी और वह काफी समय से बीमार थे। उनकी नमाज-ए-जनाजा शेख उल हदीस मुफ्ती शेख रहमतुल्लाह ने शनिवार रात नौ बजे चौक जामा मस्जिद के बाहर पढ़ाई।

लोगों ने दी आखिरी विदाई
उन्हें आखिरी विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में लोग मस्जिद और आसपास की गलियों में एकत्रित हुए। मकबूल हुसैन साहब की नमाज-ए-जनाजा में हजारों लोगों ने कंधा देकर चौक, नखासकोना, रौशन बाग, शौकत अली रोड, अटाला इस्लामिया इंटर कॉलेज से होते हुए रसूलपुर में काजी-ए-शहर की पत्नी के पास सुपुर्द-ए-खाक किया गया।

65 साल तक रहे काजी
मकबूल हुसैन हबीबी साहब बहरिया ब्लॉक के भानेमऊ मऊआइमा के रहने वाले थे। उनके पांच बेटे और चार बेटियां हैं। कारी साहब मार्गदर्शक के रूप में जाने जाते थे और उन्होंने लगभग 65 सालों तक शहर काजी के रूप में सेवाएं दीं। उन्होंने अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा इस्लामिक न्याय और शिक्षा में बिताया। उनके पास न केवल धार्मिक विद्वता थी, बल्कि वे समाज के हर तबके में आदर्श और मार्गदर्शक के रूप में जाने जाते थे। वे शहर के छोटे-बड़े मसलों को बड़े धैर्य और समझदारी से सुलझाते थे। उनके करीबी मोईन हबीबी ने बताया कि हबीबी साहब के यहां दो महीने पहले ही उनकी पत्नी का इंतकाल हुआ था।

सांसद और विधायक भी पहुंचे
पूर्व शहर काजी मकबूल हुसैन हबीबी के इंतकाल पर सामाजिक, राजनीतिक और व्यापारिक संगठनों के लोगों ने शोक व्यक्त किया है। सांसद उज्ज्वल रमण सिंह, मेजा विधायक संदीप, एमएलसी डॉ. मान सिंह यादव, पूर्व सपा जिलाध्यक्ष योगेश यादव, महानगर अध्यक्ष सैय्यद हुसैन, नगर उपाध्यक्ष मोईन हबीबी, महबूब उस्मानी, शिया जामा मस्जिद के इमाम सैय्यद हसन रजा जैदी, मदरसा इमामिया अनवारूल उलूम के प्रधानाचार्य और शिया धर्म गुरु मौलाना जवादुल हैदर रिजवी, मौलाना आमिरुर रिजवी, शायर रौनक सफीपुरी, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के उर्दू विभाग के प्रोफेसर सैय्यद सिराजउद्दीन अजमली सहित अन्य अंजुमनों ने शोक व्यक्त किया।

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