संगम क्षेत्र में सजने लगीं पूजा सामग्री की दुकानें : नेपाल और बनारस से आ रही हैं रुद्राक्ष-मालाएं, व्यापारियों ने किया स्टॉक

UPT | संगम क्षेत्र में सजने लगीं पूजा सामग्री की दुकानें

Jan 02, 2025 13:59

आगामी महाकुंभ के मद्देनज़र संगम क्षेत्र में तैयारियां तेज हो गई हैं। 144 साल बाद इस साल प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है जो 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा...

Prayagraj News : आगामी महाकुंभ के मद्देनज़र संगम क्षेत्र में तैयारियां तेज हो गई हैं। 144 साल बाद इस साल प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है जो 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा। इस धार्मिक महापर्व के लिए व्यापारियों ने पूजा सामग्री, रुद्राक्ष, तुलसी की मालाएं, धार्मिक पुस्तकें और हवन सामग्री का भंडारण शुरू कर दिया है।

इन सामग्री क किया जा हरा है भंडारण
नेपाल, उत्तराखण्ड, मथुरा-वृंदावन, बनारस से रुद्राक्ष और तुलसी की मालाएं मंगाई जा रही हैं। इन मालाओं के साथ-साथ धार्मिक ग्रंथों की भी भारी मांग हो रही है। विशेष रूप से गीता प्रेस से छपी पुस्तकों की। गीता, रामचरितमानस, शिव पुराण और भजन-आरती संग्रह प्रमुख रूप से श्रद्धालुओं द्वारा खरीदी जा रही हैं। इसके अलावा पुजारी संगम क्षेत्र से पत्रा और पंचाग भी ले जाते हैं। संगम क्षेत्र में विभिन्न दुकानदारों ने पूजा सामग्री, जैसे- रोली-चंदन, आसन, हवन सामग्री, गंगाजली, दीपक, पीतल और तांबे की घंटियां और मूर्तियों का भी भंडारण शुरू कर दिया है। इन सामानों की आपूर्ति मथुरा, बनारस, दिल्ली, मुरादाबाद और अन्य धार्मिक स्थलों से की जा रही है।



व्यापारियों में दिख रहा है उत्साह
महाकुंभ के दौरान अनुमानित 40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिससे स्थानीय व्यापारियों को अच्छे व्यापारिक अवसर मिल रहे हैं। प्रयागराजवासी और दुकानदार इस धार्मिक उत्सव के साथ-साथ आर्थिक लाभ की भी उम्मीद कर रहे हैं। इस महाकुंभ में कल्पवास करने वाले श्रद्धालुओं की मांग के अनुसार हवन सामग्री, आसन, कलश, दोनें-पत्तल और अन्य पूजा सामग्री भी बड़ी मात्रा में मंगाई जा रही है। महाकुंभ न केवल श्रद्धा का पर्व है, बल्कि स्थानीय व्यापार और रोजगार के लिहाज से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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