नौ साल बाद हत्या मामले में फैसला : सहारनपुर के वकील हत्याकांड में पांच लोगों को फांसी की सजा

UPT | मृतक कर्मवीर सिंह

Jun 06, 2024 18:09

मामले के तथ्यों के अनुसार, वारदात के दिन प्रॉपर्टी डीलर सतपाल छाबड़ा और बेटे एडवोकेट कर्मवीर सिंह कार से कहीं जा रहे थे। हत्यारोपियों ने रास्ते में कार को रुकवाया।कार रुकते ही हमलावरों ने उनको बाहर घसीट लिया और बुरी तरह टूट पड़े।

Short Highlights
  • 26 दिसंबर 2015 को कार रोककर कर्मवीर सिंह की चाकू से गोदकर हत्या की गई थी।
  • दोषी और कर्मवीर आपस में रिश्तेदार थे। दोनों प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे।
  • एक प्लाट के विवाद में हत्या कर दी गई थी।
Saharanpur News : सहारनपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है। वकील कर्मवीर सिंह की हत्या में पांच दोषियों को जिला कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। 26 दिसंबर 2015 को कार रोककर कर्मवीर सिंह की चाकू से गोदकर हत्या की गई थी।

यह था मामला
मामले के तथ्यों के अनुसार, वारदात के दिन प्रॉपर्टी डीलर सतपाल छाबड़ा और बेटे एडवोकेट कर्मवीर सिंह कार से कहीं जा रहे थे। हत्यारोपियों ने रास्ते में कार को रुकवाया।कार रुकते ही हमलावरों ने उनको बाहर घसीट लिया और बुरी तरह टूट पड़े। कर्मवीर सिंह पर दस बार चाकू से वार किए गए। साथ ही  पिता सतपाल छाबड़ा को भी हमले में गंभीर घायल कर दिया। 

इनको हुई सजा
जिला कोर्ट के न्यायाधीश महेश कुमार की कोर्ट ने गुरुवार को अमरजीत बत्रा, भूपेंद्र बत्रा, गुरुप्रताप सिंह उर्फ हनी, गुरनीत सिंह उर्फ सनी और गुरमीत सिंह उर्फ राजू को फांसी की सजा सुनाई है। इनमें अमरजीत और भूपेंद्र सगे भाई हैं। गुरुप्रताप भूपेंद्र और गुरनीत अमरजीत का बेटा है।

एक प्लॉट बन गया हत्या का कारण
दोषी और कर्मवीर आपस में रिश्तेदार थे। दोनों प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे। इसी को लेकर एक प्लाट के विवाद में हत्या कर दी गई थी। कर्मवीर दो बार आईएएस मेन क्वालीफाई कर चुके थे। 8 महीने पहले ही शादी हुई थी। जब हत्या हुई थी, तब पत्नी चार महीने की गर्भवती थी।

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