समारोह छोड़कर लौटे तीन विधायक : आगे नहीं बैठाया तो गुस्सा आया, मां शाकुंभरी यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में नाराजगी

UPT | दीक्षांत समारोह की तस्वीर

Sep 05, 2024 12:33

मां शाकुंभरी यूनिवर्सिटी में 05 सितंबर को दीक्षांत समारोह में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के तीन विधायकों ने कार्यक्रम के दौरान सीटिंग व्यवस्था को लेकर नाराजगी जाहिर की और कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर वापस चले गए।

Saharanpur News : मां शाकुंभरी यूनिवर्सिटी में 05 सितंबर को दीक्षांत समारोह में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के तीन विधायकों ने कार्यक्रम के दौरान सीटिंग व्यवस्था को लेकर नाराजगी जाहिर की। इन विधायकों में देवेंद्र निम, राजीव गुंबर, और कीरत सिंह शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान उन्हें दूसरी लाइन में बैठने की व्यवस्था की गई थी, जिससे वे असंतुष्ट हो गए। इसके चलते तीनों विधायक कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर वापस चले गए।

सीटिंग व्यवस्था पर नाराजगी
दीक्षांत समारोह, जो छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होता है, ऐसे में इन विधायकों का इस प्रकार नाराज होना सभी के लिए चौंकाने वाला था। विधायकों की प्रमुख आपत्ति यह थी कि उन्हें दूसरी लाइन की सीटों पर बैठने की जगह दी गई थी। वे अपेक्षा कर रहे थे कि उन्हें प्रथम लाइन में बैठने का स्थान दिया जाएगा। उनकी नाराजगी का प्रमुख कारण यही था कि उनके स्थानों की व्यवस्था को लेकर सम्मान जनक तरीके से विचार नहीं किया गया था।

विधायकों की प्रतिक्रिया
जैसे ही कार्यक्रम शुरू हुआ और सीटिंग व्यवस्था स्पष्ट हुई, देवेंद्र निम, राजीव गुंबर, और कीरत सिंह ने इस पर अपनी असहमति जताई। इनका मानना था कि उन्हें प्रमुख अतिथियों के साथ पहली पंक्ति में बैठने का स्थान मिलना चाहिए था, लेकिन दूसरी पंक्ति में स्थान देने पर उन्होंने इसे अपमानजनक माना। इस नाराजगी के चलते तीनों विधायक कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर वापस चले गए, जिससे आयोजन समिति और प्रशासन के सामने एक नई चुनौती खड़ी हो गई।
प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया
विधायकों की इस नाराजगी को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने स्थिति को संभालने और विधायकों को संतुष्ट करने के प्रयास किए। नाराज विधायकों के कार्यक्रम से चले जाने के बाद, प्रशासन ने प्रथम पंक्ति की सीटों पर उनके नाम चिपका दिए, ताकि उनकी नाराजगी दूर हो सके। हालाँकि, उस समय तक तीनों विधायक कार्यक्रम स्थल से निकल चुके थे, और उनके वापस लौटने की संभावना कम ही दिखाई दी।

कार्यक्रम पर प्रभाव
इस अप्रिय घटना के बावजूद, दीक्षांत समारोह अपने निर्धारित समय पर जारी रहा और छात्रों ने अपनी डिग्रियां प्राप्त कीं। छात्रों और उपस्थित अतिथियों के लिए यह एक यादगार अवसर था, लेकिन विधायकों की नाराजगी और उनके कार्यक्रम से चले जाने की घटना ने समारोह पर थोड़ी छाया जरूर डाल दी। 

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