बेरोजगार युवक के घर जीएसटी विभाग का छापा : अधिकारी बोले- 'तुम्हारे नाम से 250 करोड़ के टर्नओवर वाली कंपनी', मगर फिर...

UPT | यह मेटा एआई द्वारा जनरेट की गई सांकेतिक तस्वीर है

Sep 04, 2024 17:45

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक अश्वनी कुमार 250 करोड़ रुपये के जीएसटी ई-वे बिलिंग घोटाले में फंस गया है।

Short Highlights
  • बेरोजगार युवक के घर जीएसटी विभाग का छापा
  • नौकरी के नाम पर लिए गए थे दस्तावेज
  • साइबर स्कैमरों में धोखाधड़ी में फंसाया
Muzaffarnagar News : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक अश्वनी कुमार 250 करोड़ रुपये के जीएसटी ई-वे बिलिंग घोटाले में फंस गया है। जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने युवक के घर पर पहुंचकर बताया कि उसके नाम से एक फर्जी कंपनी और बैंक खाता खोला गया है, जिसके माध्यम से बड़े पैमाने पर जीएसटी के लेनदेन किए गए हैं। यह खुलासा तब हुआ जब अश्वनी को पता चला कि उसके नाम का दुरुपयोग कर लगभग ₹250 करोड़ का धोखाधड़ी किया गया है।

नौकरी के नाम पर लिए दस्तावेज
अश्वनी कुमार को कुछ दिन पहले व्हाट्सएप पर नौकरी का एक मैसेज मिला था। नौकरी के लालच में उसने अपने घर का बिजली बिल, पिता का आधार कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेज भेज दिए। इसके साथ ही उसने नौकरी के लिए 1750 रुपये भी ट्रांसफर किए थे। लेकिन उसे नौकरी नहीं मिली और अब उसके नाम से एक फर्जी कंपनी और बैंक खाता खोलकर 250 करोड़ रुपये का जीएसटी फ्रॉड किया गया।

पुलिस भी कर रही मामले की जांच
पुलिस अधीक्षक आदित्य बंसल ने पुष्टि की है कि अश्वनी के दस्तावेजों का उपयोग कर एक फर्जी कंपनी और बैंक खाता खोला गया है, जिसके माध्यम से जीएसटी का बड़ा फ्रॉड किया गया है। एसपी ने बताया कि इस मामले में जीएसटी विभाग के साथ मिलकर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है और फर्जी कंपनी तथा बैंक खाते के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

पीड़ित ने पैसे भी दिए थे
पीड़ित अश्वनी कुमार ने कहा कि उसने व्हाट्सएप पर नौकरी के लिए आए मैसेज में दिए गए निर्देशों के तहत सभी आवश्यक दस्तावेज और पैसे भेजे थे। उसे नहीं पता था कि उसके नाम पर एक फर्जी कंपनी का निर्माण किया गया है। अब जीएसटी विभाग ने उसे सूचित किया है और उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

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