मौलाना कलीम सिद्दीकी पर बड़ा खुलासा : RSS प्रमुख मोहन भागवत और अभिनेत्री सना खान से मिला था, अब धर्मांतरण के आरोपों में मिली उम्रकैद

UPT | मौलाना कलीम सिद्दीकी को हुई उम्रकैद

Sep 13, 2024 02:20

मौलाना कलीम सिद्दीकी जिन्हें हाल ही में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। उनका नाम तीन साल पहले उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब वह मुंबई में हुए "राष्ट्र प्रथम, राष्ट्र सर्वोपरि" सम्मेलन में शिरकत...

Muzaffarnagar News : मौलाना कलीम सिद्दीकी जिन्हें हाल ही में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। उनका नाम तीन साल पहले उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब वह मुंबई में हुए "राष्ट्र प्रथम, राष्ट्र सर्वोपरि" सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे थे। इस सम्मेलन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से उनकी मुलाकात काफी चर्चा में रही थी। इसके कुछ समय बाद ही मौलाना कलीम को गिरफ्तार कर लिया गया था जिससे ये मुलाकात और भी विवादित हो गई। 


अभिनेत्री सना खान का करवाया था निकाह
मौलाना कलीम सिद्दीकी का नाम तब भी चर्चाओं में आया था, जब उन्होंने अभिनेत्री सना खान के निकाह को संपन्न कराया था। इस्लामी शिक्षण और सामाजिक सुधारों के नाम पर मौलाना कलीम का मदरसा जामिया इमाम वलीउल्लाह इस्लामिया (उत्तर प्रदेश) के फुलत गांव में स्थापित है। जिसे लेकर समय-समय पर विवाद उठते रहे हैं। 

मुंबई सम्मेलन में हुई प्रमुख हस्तियों की मौजूदगी
मुंबई में हुए "राष्ट्र प्रथम" सम्मेलन में न सिर्फ मौलाना कलीम, बल्कि केरल के तत्कालीन राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी शामिल थे। कार्यक्रम में देशभक्ति और समाज सुधार जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई थी। इस सम्मेलन के लिए मौलाना कलीम को विशेष रूप से ग्लोबल स्ट्रैटजिक पॉलिसी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनंत भागवत द्वारा आमंत्रित किया गया था, जो खुद फुलत मदरसे पहुंचे थे।

कलीम सिद्दीकी का पारिवारिक नाता
मौलाना कलीम का परिवार लंबे समय से फुलत गांव से जुड़ा हुआ है। उनके पिता मोहम्मद अमीन सिद्दीकी ने दूसरी शादी जुबैदा से की थी, जिनसे उनके चार बेटे अलीम, सलीम, कलीम और हलीम है। मौलाना कलीम बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थे और इसी के चलते उन्हें इस्लामी शिक्षा में आगे बढ़ने का मौका मिला। उनका परिवार पिछले 15 साल से दिल्ली के शाहीन बाग में रह रहा है। कलीम का बड़ा बेटा अहमद सिद्दीकी गांव में मदरसे और पारिवारिक ज़मीन की देखभाल करता है, जबकि उनका दूसरा बेटा असजद दिल्ली में रहता है।

इदरीश कुरैशी को मिली राहत
इस मामले में मौलाना के करीबी सहयोगी और ट्रस्ट के सचिव हाफिज इदरीश कुरैशी भी आरोपी थे, लेकिन उन्हें अदालत से अस्थायी राहत मिल गई है। अन्य 17 आरोपियों की ओर से भी स्टे की अर्जी दी गई थी, लेकिन केवल इदरीश को ही राहत मिल सकी।

"जो मुझ पर बीती, वह मैं ही जानता हूं"
इस मामले से जुड़े चरथावल निवासी अमित प्रजापति का कहना है कि वह सऊदी अरब में काम कर रहे हैं, लेकिन उनके साथ धर्मांतरण की घटनाएं भारत में हुई थीं। उन्होंने दावा किया कि मौलाना कलीम के मदरसे में धर्मांतरण कराने के लिए भोले-भाले लोगों को भ्रमित किया जाता था। 

एटीएस ने की थी सूचना के आधार पर गिरफ्तारी
मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश पुलिस के एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ते) के तहत हुई थी। जिसकी निगरानी एसएसपी अभिषेक सिंह कर रहे थे। उन्होंने बताया कि मौलाना की गिरफ्तारी सटीक सूचनाओं पर आधारित थी। जिसके बाद यह कदम उठाया गया।

मौलाना के अन्य विवादित काम
मौलाना कलीम सिद्दीकी ने अपने मदरसे के जरिए कई समाज सुधार के कार्य किए हैं, लेकिन उन पर विदेशों से फंडिंग प्राप्त करने और हवाला के जरिए धनराशि लाने के भी आरोप लगे हैं। उनके द्वारा स्थापित जामिया इमाम वलीउल्लाह इस्लामिया मदरसा समय-समय पर विवादों का केंद्र बना रहा है। नैनीताल निवासी नितिन पंत ने आरोप लगाया था कि इस मदरसे से धर्मांतरण के तार जुड़े हैं। पुलिस को इसकी भी सूचना दी गई थी।

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