Muzaffarnagar News : यूपी सरकार ने गन्ना मूल्य बढ़ाया, राकेश टिकैत ने कहा - मंजूर नहीं 20 रुपये की बढ़ोतरी

Uttar Pradesh Times | गन्ना किसान

Jan 18, 2024 16:18

भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रदेश सरकार पर मनमानी करने का आरोप लगाया है। टिकैत ने कहा कि इस साल गन्ना मूल्य पर 40 रूपये की बढ़ोत्तरी होनी चाहिए थी...

Short Highlights
  • राकेश टिकैत बोले,  भाजपा सरकार का किसान विरोधी चेहरा एक बार फिर उजागर
  • भाकियू राजनैतिक के प्रवक्ता ने गन्ना मूल्य में 20 रूपये की बढ़ोत्तरी को बताया नाकाफी
Muzaffarnagar News : किसानों के लंबे इंतजार के बाद योगी सरकार द्वारा गन्ना मूल्य में 20 रूपये की बढ़ोत्तरी को लेकर किसान नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। 17 दिन से डीएम कार्यालय पर धरनारत किसानों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने तीन साल बाद गन्ने के जो दाम बढ़ाए , वो मजाक से कम नहीं है।

राकेश टिकैत ने लगाया सरकार पर आरोप
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रदेश सरकार पर मनमानी करने का आरोप लगाया है। राकेश टिकैत ने कहा कि इस साल गन्ना मूल्य पर 40 रूपये की बढ़ोत्तरी होनी चाहिए थी, मगर 20 रूपये की बढ़ोतरी ऊंट के मुंह में जीरा जैसी है। सरकार के इस फैसले से गन्ना किसान हताश और नाराज है। 

बढ़ाए गए गन्ना मूल्य पर किसान नाराज
भाकियू सुप्रीमो चौधरी नरेश टिकैत ने यूपी सरकार द्वारा गन्ना मूल्य में 20 रूपये प्रति क्विंटल की वृद्धि को नाकाफी बताया और गन्ना मूल्य 450 रूपये कुंतल किए जाने की मांग की है। टिकैत ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले 2021 में भी 25 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की थी। वर्तमान में सामान्य गन्ने का मूल्य 340 रुपये प्रति क्विंटल और अगेती प्रजाति के गन्ने का मूल्य 350 रुपये प्रति क्विंटल है। नरेश टिकैत ने गन्ने का दाम 450 रुपए प्रति कुंतल करने की मांग की।

बढ़ती मंहगाई के साथ गन्ना मूल्य भी बढ़े
किसान नेता धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि पिछले साल भी गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी नहीं हुई थी। इस बार कम से कम हरियाणा और पंजाब जितना गन्ने का भाव तो होना चाहिए था। गन्ने से बनने वाले सभी उत्पाद भी महंगे हो रहे हैं और चीनी का भाव भी 25 परसेंट से अधिक बढ़ा है। इसलिए गन्ने का भाव हरियाणा और पंजाब के बराबर होना चाहिए।

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