बच्चे को बंधक बनाकर लूट करने वाले 4 आरोपी गिरफ्तार : तीन दिन तक पहनकर रखी एक ही शर्ट, सीसीटीवी से पकड़े गए लुटेरे

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Oct 19, 2024 21:24

सहारनपुर में पुलिस ने चार लुटेरों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने तीतरों गांव में एक दंपती के 2 साल के बेटे को गनप्वाइंट पर रखते हुए कैश और ज्वैलरी लूटने की कोशिश की थी...

Saharanpur News : सहारनपुर में पुलिस ने चार लुटेरों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने तीतरों गांव में एक दंपती के 2 साल के बेटे को गनप्वाइंट पर रखते हुए कैश और ज्वैलरी लूटने की कोशिश की थी। रिपोर्ट के अनुसार, एक लुटेरा वारदात की रेकी के लिए एक ही शर्ट को तीन दिन तक पहने रहा। लुटेरों ने दंपती से कहा कि वे लूट नहीं करना चाहते, लेकिन उन्हें पैसों की सख्त जरूरत है। अगर दंपती शोर मचाते, तो वे उन्हें गोली मारने की धमकी दी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान की गई, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

खेत में ले जाकर मारपीट की, बच्चे को बंधक बनाया
तीतरों निवासी विपिन किसान ने 16 अक्टूबर को पुलिस को लूट की सूचना दी थी। उसने बताया कि वह अपनी पत्नी, दो वर्षीय बेटे और भाई के साथ मोटरसाइकिल से यात्रा कर रहा था जब चार अपराधियों ने उन्हें रोका। आरोप है कि अपराधियों ने उन्हें खेत में ले जाकर मारपीट की, बच्चे को बंधक बनाया और 9,000 रुपये नकद तथा आभूषण लूट लिए। घटना के दौरान सीसीटीवी कैमरे में अपराधियों की तस्वीरें कैद हो गईं। पुलिस ने इन फुटेज के आधार पर उनकी पहचान की और गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए। एसपी देहात सागर जैन ने इस घटना की पुष्टि की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश जारी है।



चेकिंग के दौरान पकड़े गए
रजवाहा तिराहा बाईपास पर पुलिस की रूटीन चेकिंग के दौरान एक महत्वपूर्ण गिरफ्तारी हुई। दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार युवकों ने पुलिस को देखकर भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें पकड़ लिया।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान विनित, अजय कुमार, अश्विनी और अभिषेक के रूप में हुई है। इनके पास से लूट का माल, हथियार और एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है। बरामद सामग्री में एक सोने की चेन, एक तमंचा, चार जिंदा कारतूस, एक चाकू और एक लोहे की रॉड शामिल है।

पूछताछ में आरोपियों ने कबूली लूट की घटना
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे अल्पशिक्षित हैं और दैनिक मजदूरी करते हैं। उन्होंने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए लूट की वारदात को अंजाम देने की बात कबूली। उनका कहना था कि मजदूरी से प्राप्त आय उनके खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं थी। यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है और क्षेत्र में अपराध नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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