इकरा हसन ने अमित शाह के बयान पर साधा निशाना : कहा- संविधान निर्माता के बारे में इस तरह की टिप्पणी अफसोसजनक है

UPT | इकरा हसन

Dec 18, 2024 17:54

इकरा हसन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में दिए गए एक भाषण पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। सपा सांसद ने कहा कि संविधान के निर्माता का अपमान होता है, तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

Shamli News : कैराना की सांसद इकरा हसन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में दिए गए एक भाषण पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, "यह बेहद दुखद है कि हमारे संविधान निर्माता, डॉ. भीमराव अंबेडकर के बारे में इस तरह की टिप्पणी की गई।" उन्होंने भाजपा पर संविधान और उसके मूल सिद्धांतों पर विश्वास न रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा बयान भारत को गलत दिशा में ले जाने वाला है।

इकरा हसन का बयान
सपा सांसद ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने हमें संविधान के रूप में एक ऐसा अमूल्य तोहफा दिया है, जो हर नागरिक के अधिकारों की सुरक्षा करता है। लेकिन यदि संविधान के निर्माता का अपमान होता है, तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा, "यह स्पष्ट है कि भाजपा को संविधान और इसके आदर्शों से कोई लेना-देना नहीं है। वे केवल अपनी मनमानी चलाना चाहते हैं।"

बीजेपी का पक्ष
इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा, "11-12 सेकेंड का वीडियो क्लिप निकालकर और पूरे वक्तव्य को हटा कर देश को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। मैं इसका कड़ा खंडन करता हूं।" रिजिजू ने दावा किया कि गृह मंत्री का बयान संदर्भ से बाहर लिया गया है और इसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है।


राज्यसभा में हंगामा
राज्यसभा में विपक्षी दलों ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा कथित तौर पर संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर के बारे में की गई टिप्पणी पर आपत्ति जताई। बुधवार को, इस मुद्दे पर हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही कई बार बाधित हुई। दोपहर बाद करीब सवा दो बजे सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।

विवाद की शुरुआत
सदन की शुरुआत में आवश्यक दस्तावेज पेश किए जाने के दौरान विपक्षी सदस्यों ने अमित शाह पर बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया। विपक्ष ने गृह मंत्री से माफी मांगने की मांग की। हालांकि, सभापति ने बार-बार सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने का आग्रह किया, लेकिन विपक्षी दलों का विरोध जारी रहा।

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