200 करोड़ का बकाया भुगतान अटका : किसानों और मिल प्रबंधन के बीच वार्ता विफल, जानिए किन बिंदु पर बिगड़ा मामला

UPT | किसानों और मिल प्रबंधन के बीच वार्ता विफल

Oct 09, 2024 14:25

शामली में गन्ना किसानों और शुगर मिल प्रबंधन के बीच वार्ता विफल हो गई है। इस कारण किसानों को मिलने वाला 200 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान अटक गया है।

Short Highlights
  • 200 करोड़ का बकाया भुगतान अटका
  • मिल प्रबंधन से वार्ता विफल
  • 2 दिन से धरने पर बैठे हैं किसान
Shamli News : शामली में गन्ना किसानों और शुगर मिल प्रबंधन के बीच वार्ता विफल हो गई है। इस कारण किसानों को मिलने वाला 200 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान अटक गया है। आपको बता दें कि पिछले 2 दिन से शामली में कलेक्ट्रेट के बाहर किसान धरना पर बैठे हैं। वहीं उनका एक गुट चीनी मिल पर भी धरना दे रहा है। लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी गन्ना किसान और शुगर मिल के प्रबंधन के बीच एक राय नहीं बन पाई।

2 दिन से शहर में लगा जाम
शुगर मिल और कलेक्ट्रेट पर किसानों के धरने के कारण दो दिन से शहर में जाम की स्थिति बनी हुई है। हजारों किसान धरना स्थल पर बैठे हैं। भारतीय किसान यूनियन की युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत भी किसानों को समर्थन देने के लिए पहुंचे। जिला प्रशासन की भी पहल थी कि मिल प्रबंध और किसानों के बीच मध्यस्थता कराकर सहमति बनाई जाए। लेकिन बावजूद इसके कोई हल नहीं निकल पाया।



एकमुश्त भुगतान पर अटकी बात
अपर जिलाधिकारी संतोष कुमार सिंह की उपस्थिति में मिल प्रबंधन और किसानों के बीच वार्ता हुई। मिल प्रबंधन की ओर से त्रिवेणी ग्रुप के यूनिट हेड ने पूर्ण भुगतान में असमर्थता जताते हुए कहा कि वह 25 करोड़ रुपये इस महीने और 25 करोड़ रुपये अगले महीने भुगतान कर सकते हैं। लेकिन किसान पूरे 200 करोड़ का भुगतान करने की मांग पर अड़े रहे।

2 साल से अटका है भुगतान
केंद्र और प्रदेश सरकारें भले ही 14 दिनों के भीतर गन्ना किसानों के भुगतान का दावा करती हों, लेकिन हकीकत ये है कि शामली के किसान 2 साल से अपने हक के लिए लड़ रहे हैं। स्थिति ये है कि 2 साल बाद भी किसानों को 25 करोड़ रुपये लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। किसानों की मांग है कि बकाया भुगतान पर 54 करोड़ रुपये का ब्याज भी दिया जाए।

गहमागहमी के बीच भावुक हुए किसान
कई बार स्थिति ऐसी भी आई, जब किसानों और मिल प्रबंधन के बीच चर्चा तल्ख होने लगी। वार्ता में अपर जिलाधिकारी संतोष कुमार सिंह के साथ एसडीएम हामिद हुसैन भी मौजूद थे। लेकिन बावजूद इसके कोई हल नहीं निकल पाया। वार्ता कर रहे किसानों की आंखों में आंसू आ गए। रोते हुए एक किसान ने कहा कि भुगतान नहीं होने के कारण बच्चों की फीस तक नहीं भर पा रहे हैं। किसानों ने चेतावनी दी है कि भुगतान नहीं होने तक वह मिल को चलने नहीं देंगे।

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