पुलिस हिरासत में प्रेमी की मौत पर एसपी का एक्शन : सात पर मामला दर्ज, दरोगा समेत पांच गिरफ्तार, अंतिम संस्कार के दौरान तनाव

UPT | सांकेतिक फोटो

Oct 16, 2024 16:18

पुलिस हिरासत में दरोगा के घर एक युवक की संदिग्ध मौत के मामले में सात लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने दरोगा समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें नाबालिग लड़की, उसके पिता, चाचा और ममेरा भाई शामिल हैं।

Shamli News : रविवार रात को पुलिस हिरासत में दरोगा के घर एक युवक की संदिग्ध मौत के मामले में सात लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने दरोगा समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें नाबालिग लड़की, उसके पिता, चाचा और ममेरा भाई शामिल हैं। ममेरा भाई भी बरेली में सिपाही के पद पर तैनात है। हालांकि, अभी भी दो पुलिसकर्मी फरार हैं। उधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवक की मौत का कारण हैंगिंग (फांसी) बताया गया है। वहीं, बिजनौर जिले के मुंडाखेड़ी गांव में प्रेमी दीपक के शव का अंतिम संस्कार तनाव और हंगामे के बीच हुआ।


प्रेमी जोड़े को अंबाला से लाकर दरोगा के घर ठहराया
यह घटना तब शुरू हुई जब बिजनौर के दरोगा सुनील ने अपनी टीम के साथ अंबाला से एक प्रेमी जोड़े को बरामद किया। इसके बाद दरोगा ने पुलिस टीम, प्रेमी जोड़े और लड़की के परिजनों को रविवार रात को शामली के दयानंदनगर स्थित अपने पैतृक घर पर ठहरा लिया। लेकिन, उसी रात संदिग्ध परिस्थितियों में युवक की मौत हो गई। दरोगा ने दावा किया कि युवक दीपक ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है, लेकिन मृतक के परिजन इसे हत्या मानते हुए पुलिस और लड़की के परिजनों पर आरोप लगा रहे हैं।

हत्या का मामला दर्ज, पांच गिरफ्तार
कोतवाल समयपाल अत्री ने बताया कि मृतक दीपक के पिता अरविंद कुमार की तहरीर पर बिजनौर पुलिस के दरोगा सुनील, कांस्टेबल राजीव, महिला कांस्टेबल अन्नू, नाबालिग लड़की और उसके पिता चुनमुन, चाचा सुनील उर्फ सोनू कुमार और लड़की के ममेरे भाई कपिल कुमार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने दरोगा सुनील, लड़की के पिता चुनमुन, चाचा सुनील और ममेरे भाई कपिल कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। नाबालिग लड़की को मेरठ के बाल सुधार गृह में भेजा गया है। महिला कांस्टेबल अन्नू और कांस्टेबल राजीव अभी फरार हैं। पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लेंगे।

तनावपूर्ण माहौल में हुआ दीपक का अंतिम संस्कार
बिजनौर के स्योहारा थाना क्षेत्र के मुंडाखेड़ी गांव में मंगलवार दोपहर दीपक के शव का अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान तनाव का माहौल बना रहा और गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। मृतक के परिजनों ने पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था, जिससे पुलिस और परिजनों के बीच काफी बहस और हंगामा हुआ। पुलिस अधिकारियों ने स्थिति को शांत करने के लिए परिजनों को समझाने की कोशिश की। आखिरकार, दोपहर करीब दो बजे परिजनों ने दीपक के शव का अंतिम संस्कार किया, जिसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।

प्रेम प्रसंग से शुरू हुआ मामला
दीपक (20 वर्ष) बिजनौर के मुंडाखेड़ी गांव का निवासी था और उसका पास के ही गल्लाखेड़ी गांव की किशोरी के साथ प्रेम संबंध था। 12 अक्टूबर को दोनों घर से गायब हो गए थे। लड़की के परिजनों ने स्योहारा थाने में दीपक के खिलाफ बेटी को बहला-फुसलाकर अपहरण करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की जांच कर रहे दरोगा सुनील, कांस्टेबल राजीव और महिला कांस्टेबल अन्नू ने अंबाला से दोनों को बरामद किया था। दरोगा सुनील का घर शामली में होने के कारण उसने दोनों को वहां अपने घर पर ठहराया था, जहां यह घटना घटी।

पुलिस की साख पर सवाल
इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतक के परिवार का आरोप है कि पुलिस ने उनकी संतान की जान ले ली, जबकि पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है। मामला संवेदनशील होने के कारण पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है और पुलिस पर निष्पक्ष जांच का दबाव है। अब देखना होगा कि आगे की जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और न्याय की दिशा में क्या कदम उठाए जाते हैं। 

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