Varanasi News : स्कूल के सेफ्टी टैंक में डूबने से बच्ची की मौत, जानें क्यों फूले प्रबंधक के हाथ-पांव...

UPT | बच्ची की मौत पर विलाप करते परिजन।

Jan 04, 2025 16:28

बड़ागांव थाना क्षेत्र के सातों महुआ स्थित पंडित दीन दयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय परिसर में बने सेफ्टी टैंक के गड्ढे में डूबकर शनिवार की सुबह एक मासूम बच्ची की मौत हो गई। घटना के वक्त बच्ची के परिजन अपने काम में व्यस्त...

Varanasi News : बड़ागांव थाना क्षेत्र के सातों महुआ स्थित पंडित दीन दयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय परिसर में बने सेफ्टी टैंक के गड्ढे में डूबकर शनिवार की सुबह एक मासूम बच्ची की मौत हो गई। घटना के वक्त बच्ची के परिजन अपने काम में व्यस्त थे। बच्ची के डूबने की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। स्कूल प्रबंधन पुलिस को सूचना दिए बगैर अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था। इसी बीच, किसी व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस बच्ची के शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। 

कुत्ते के साथ गई थी टैंक के पास
चंदौली जिले के बबुरी थाना अंतर्गत पांडेयपुर पचोखर गांव निवासी संतोष पांडेय के बेटे विकास पांडेय की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। संतोष पांडेय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में चपरासी के पद पर कार्यरत हैं। उनके बेटे विकास की ढाई साल की बेटी श्रीनिधि पांडेय और परिवार के अन्य सदस्य भी उनके साथ रहते हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार को श्रीनिधि पांडेय कुत्ते के साथ खेल रही थी और उसी के पीछे-पीछे वह सेफ्टी टैंक की तरफ चली गई। सेफ्टी टैंक एक जगह से खुला था। इसी खुली जगह से बच्ची सेफ्टी टैंक के अंदर चली गई। काफी देर तक परिजनों को जब बच्ची नहीं दिखी तो उन्होंने उसकी तलाश शुरू की। इसी बीच, दूसरा चपरासी सेफ्टी टैंक के पास पहुंचा तो बच्ची का शव पानी में उतराया देख शोर मचाने लगा। 

विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही  
बच्ची का शव मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन ने अपनी लापरवाही छिपाने की कोशिश की। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि घटना के बाद स्कूल प्रबंधन मृतक बच्ची के परिजनों को समझाकर उसका अंतिम संस्कार रामेश्वर स्थित वरुणा नदी में करने जा रहा था। इसी बीच, किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पाकर बड़गांव थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची का शव कब्जे में लेकर कार्रवाई में जुट गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल में बड़ी संख्या में बाहरी बच्चे पढ़ते हैं। इसमें छोटे-बड़े बच्चे भी शामिल हैं। ऐसे में सेफ्टी टैंक को खुला छोड़ना स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही है।

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