Chandauli News : सांसद वीरेंद्र सिंह ने किया मंडलीय चिकित्सालय का निरीक्षण, अव्यवस्था पर जताई नाराजगी

UPT | रेलवे के मंडलीय अस्पताल में जांच करते सांसद वीरेंद्र सिंह

Dec 30, 2024 15:25

चंदौली में पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल के मंडलीय चिकित्सालय का सोमवार को सांसद वीरेंद्र सिंह ने निरीक्षण किया। यह निरीक्षण लोकसभा में रेल मंत्री द्वारा दिए गए उत्तर का भौतिक सत्यापन करने के उद्देश्य से किया गया था, जिसमें अस्पताल की कई अव्यवस्थाओं का खुलासा हुआ।

Chandauli News : पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल के मंडलीय चिकित्सालय में सोमवार को सांसद वीरेंद्र सिंह ने निरीक्षण किया। यह निरीक्षण लोकसभा में रेल मंत्री के द्वारा दिए गए जवाब का फिजिकल वेरिफिकेशन करने के लिए किया गया। इस दौरान सांसद ने चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड का जायजा लिया और वहां के प्राथमिक उपकरणों की स्थिति पर सवाल उठाए। 

चिकित्सालय में अव्यवस्था की शिकायत
सांसद वीरेंद्र सिंह ने सबसे पहले चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया और कर्मचारियों से प्राथमिक चिकित्सा उपकरणों के बारे में पूछा। कर्मचारियों ने बताया कि सभी उपकरण आलमारी में बंद हैं, जिस पर सांसद ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। सांसद ने तुरंत आईयूडी वार्ड का भी निरीक्षण किया और वहां की अव्यवस्था को देखा। सांसद ने कहा कि उन्हें रेल मंत्री की तरफ से जो रिपोर्ट दी गई थी, वह पूरी तरह से गलत है और इस मामले को वह संसद में उजागर करेंगे। 

रेल कर्मचारियों के प्रति सख्त रुख
सांसद ने निरीक्षण के दौरान अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि वह कोई दुकान चलाने नहीं आए हैं। उन्होंने चिकित्सालय की अव्यवस्था को लेकर सख्त चेतावनी दी और कहा कि अगर ऐसी स्थिति फिर से दिखी तो वह पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराएंगे। साथ ही, उन्होंने कर्मचारियों से अपील की कि सेवानिवृत्त रेल कर्मचारियों के साथ बेहतर व्यवहार किया जाए। 

मरीजों के तीमारदारों की शिकायतें
इस दौरान एक मरीज के तीमारदार ने डीआरएम और सीएमएस के सामने एक डॉक्टर के द्वारा पर्चा फाड़ने की शिकायत की। इस पर सांसद ने तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त की और डीआरएम से कहा कि यह शिकायत उनके सामने है और इसे तुरंत सुलझाया जाना चाहिए। इसके बाद सांसद ने दूसरी शिकायत को भी उजागर किया, जिसमें मेडिकल विभाग में फिट और अनफिट की फाइल पर पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप था। सांसद ने खुद यह फाइल डीआरएम को सौंपते हुए कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। 

भ्रष्टाचार पर कड़ा रुख
सांसद वीरेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि उन्हें किसी भी शिकायत का सामना नहीं करना चाहिए। उन्होंने डीआरएम से कहा कि अगर वे इस मामले को ठीक से निपटाने में असमर्थ रहते हैं, तो वह रेल मंत्री के पास इस भ्रष्टाचार की रिपोर्ट भेजेंगे। 

Also Read