गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन श्रद्धालुओं से यज्ञ मंडप खचाखच भरा रहा। घने कोहरे व शीतलहरी के बावजूद भी श्रद्धालुओं ने उत्साह और उमंग के साथ अपने मनोकामना की पूर्ति...
Jan 07, 2025 20:53
गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन श्रद्धालुओं से यज्ञ मंडप खचाखच भरा रहा। घने कोहरे व शीतलहरी के बावजूद भी श्रद्धालुओं ने उत्साह और उमंग के साथ अपने मनोकामना की पूर्ति...
Ghazipur News : गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन श्रद्धालुओं से यज्ञ मंडप खचाखच भरा रहा। घने कोहरे व शीतलहरी के बावजूद भी श्रद्धालुओं ने उत्साह और उमंग के साथ अपने मनोकामना की पूर्ति हेतु यज्ञ में आहुतियां समर्पित की। यज्ञ कर्म के दौरान निशुल्क संस्कार संपन्न कराए गए। जिसमें पुंसवन संस्कार, विद्यारंभ संस्कार, अन्नप्राशन संस्कार और दीक्षा संस्कार प्रमुख रहा।
आत्मिक और सांसारिक सुखों की कमी नहीं रहती
गायत्री यज्ञ के महिमा पर प्रकाश डालते हुए शांतिकुंज हरिद्वार के केंद्रीय टोली नायक राजकुमार भृगु ने कहा कि "यज्ञ की अग्नि पापों को जलाती है और अग्नि, ज्योति व यश प्रदान करती है। यज्ञ न करने वाला मनुष्य लौकिक और पारलौकिक सुखों से वंचित रह जाता है तथा उसकी आत्मा पवित्र नहीं होती है। यज्ञ से अनेक पापों से छुटकारा मिलता है तथा परमात्मा के लोक की भी प्राप्ति होती है। जो अग्नि के चारों ओर बैठकर हवन आदि करते हैं और दिव्य उद्देश्य से हावि चढ़ाते हैं, उनके हृदय में परमात्मा का तेज प्रकाशित होता है। गायत्री महायज्ञ के विशेषता पर प्रकाश डालते हुए मुख्य ट्रस्टी सुरेंद्र सिंह ने कहा कि गायत्री वह दैवीय शक्ति है, जिससे संबंध स्थापित करके मनुष्य अपने जीवन विकास के मार्ग में बड़ी सहायता प्राप्त कर सकता है। सद्ज्ञान की उपासना का नाम ही गायत्री साधना है। जो इस साधना के साधक हैं उन्हें आत्मिक और सांसारिक सुखों की कमी नहीं रहती है। यज्ञ में आहुति समर्पित करने के बाद श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया।
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कार्यक्रम को सफल बनाने में इन लोगों का रहा सहयोग
कार्यक्रम को सफल बनाने में क्षितिज श्रीवास्तव, माधुरी सिंह, पवन जी, श्याम जी, रोली सिंह, प्रीतम चौरसिया, उमेश यादव, लवहर सिंह यादव, श्याम नारायण प्रजापति, संजय पांडे, त्रिलोकी नाथ पांडे, अनिल सिंह, दीनानाथ शर्मा का सहयोग रहा।
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