Varanasi News : शौक पूरा करने के लिए करते थे चोरी, बदमाशों के खुलासे से हैरान हो गई पुलिस...

UPT | चोरी की घटना का खुलासा करती पुलिस।

Jan 07, 2025 17:03

वाराणसी के मंडुवाडीह पुलिस ने ट्रकों के टायर और रिम चोरी करने के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए बदमाशों के कब्जे से छोटे- बड़े 10 रिम और टायर बरामद हुए हैं। पुलिस ने एक स्कॉर्पियो गाड़ी भी बरामद की है। आरोपी...

Varanasi News : वाराणसी के मंडुवाडीह पुलिस ने ट्रकों के टायर और रिम चोरी करने के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए बदमाशों के कब्जे से छोटे- बड़े 10 रिम और टायर बरामद हुए हैं। पुलिस ने एक स्कॉर्पियो गाड़ी भी बरामद की है। आरोपी अपने शौक पूरा करने के लिए चोरी करते थे।

ये है पूरा मामला
वाराणसी के मंडुवाडीह थाना प्रभारी निरीक्षक भरत उपाध्याय ने बताया कि मंगलवार को मुखबिर की सूचना पर जौनपुर निवासी सन्तोष कुमार और अनुज यादव उर्फ अन्नु यादव को बाटा मोड़ के पास से गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से एक स्कोर्पियों, 02 छोटा टायर चक्का, 08 टायर बड़ा चक्का (ट्रक) रिम के साथ बरामद हुआ है। एक बोरी स्टेपनी खोलने वाले उपकरण बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि 5 जनवरी 2025 को ज्ञानेश्वर रोकडे निवासी महाराष्ट्र ने शिकायत दर्ज कराई कि लहरतारा के किरण पेट्रोल पंप के पास से अज्ञात लोगों ने उनके ट्रक से स्टेपनी चोरी कर ली है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

ऐसे करते हैं चोरी
पुलिस ने बताया कि अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वे शिवपुर के भरलाई वैष्णव बिहार कालोनी के यहां काम करते हैं। मालिक के पास 4-5 ट्रक है, जिस पर सोनभद्र से गिट्टी व बालू लादने का काम होता है। जब भी उनकी गाड़ियां बनारस, चन्दौली की तरफ गिट्टी बालू ओवरलोड लेकर आती हैं तो हम दोनों को हमारे मालिक गाड़ियो को पास कराने के लिये भेजते थे। लेकिन, घर से निकलने के बाद हम लोग स्कोर्पियो का बीच वाला व पीछे वाला सीट खोलकर हटा देते थे। मालिक के भेजे हुए जगह पर न जाकर उनकी बिना जानकारी में रात में कैंट, लहरतारा, मंडुवाडीह, चितईपुर, डाफी, अमरा, रोहनिया के आसपास अंधेरे में एकांत में खड़े ट्रकों व गाड़ियो की स्टेपनी, टायर चोरी से खोल लेते हैं तथा उसे स्कोर्पियो में पीछे लादकर लेकर भाग जाते हैं।

आठ-दस हजार में बेच देते हैं
चोरी किये स्टेपनी को राह चलते ही किसी ट्रक वाले को आठ-दस हजार में बेच देते हैं। मिले पैसे को हम दोनों आपस में बांटकर अपना खर्च व शौक पूरा करते हैं। मालिक हम लोगो को जो तनख्वाह देते हैं, उसमें अपने खर्चा व शौक पूरा नहीं कर पाते हैं।

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