22 जुलाई से शुरू हो रहे सावन माह में कांवड़ियों के जलाभिषेक करने को लेकर जिला प्रशासन ने जनपद के कई रूटों में फेरबदल किया है। यह डायवर्जन सावन के महीने में हर रविवार और सोमवार को प्रभावी...
Jul 20, 2024 11:33
22 जुलाई से शुरू हो रहे सावन माह में कांवड़ियों के जलाभिषेक करने को लेकर जिला प्रशासन ने जनपद के कई रूटों में फेरबदल किया है। यह डायवर्जन सावन के महीने में हर रविवार और सोमवार को प्रभावी...
Ghazipur News : 22 जुलाई से शुरू हो रहे सावन माह में कांवड़ियों के जलाभिषेक करने को लेकर जिला प्रशासन ने जनपद के कई रूटों में फेरबदल किया है। यह डायवर्जन सावन के महीने में हर रविवार और सोमवार को प्रभावी रहेगा। रूट डायवर्जन दोपहर 12:00 से शाम की 6:00 तक जिले के सभी ब्लॉकों में प्रभावी रहेगा।
ऐसे होगा रूट डायवर्जन
सावन के दृष्टिगत जिला पुलिस कप्तान डॉ. इराज राजा ने विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया। सुरक्षा व्यवस्था का भी जायज लिया। रूट डायवर्जन भूतहिया टांड़ (सैनिक चौराहा) से जाने वाले यात्री वाहन, रोडवेज, प्राइवेट वाहन लंका तिराहे तक ही जा सकेंगे। लंका तिराहे पर बैरियर लगाया जाएगा। इसके आगे विशेश्वरगंज की तरफ किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं होगी। रौजा तिराहे से भारी वाहन या मध्यम वाहन किसी भी प्रकार के वाहनों को शहर में प्रवेश नहीं दी जाएगी। उन्हें आलम पट्टी पर रौजा से मोड़ दिया जाएगा। मुहम्मदाबाद की तरफ से आने वाले भारी वाहन को थाना नोनहरा के अटवां मोड़ से कासिमाबाद के तरफ मोड़ दिया जाएगा, जो सोमवार को स्थिति सामान्य होने तक वहीं रुके रहेंगे।
इन रास्तों से गुजरेंगे वाहन
मुहम्मदाबाद की तरफ से आने वाले हल्के वाहन आलम पट्टी चौराहा, जमानिया बस स्टैंड, खिदिरपुर गांव, पुराना आरटीओ ऑफिस तिराहे से बद्रीचंद पोखरा की ओर मोड़ दिए जाएंगे। जो कांवड़िये मार्ग को छोड़कर फूलनपुर क्रॉसिंग से शहर की ओर जाएंगे। इस क्रम में रोडवेज बसें, जो गाजीपुर डिपो से चलेगी वे सभी बसें स्टेशन मार्ग से होते हुए फूलनपुर रेलवे क्रॉसिंग से दाहिने जाकर बद्री चंद पोखरा, मीरानपुर चक्का से होकर शहर से बाहर हाइवे पर चली जाएंगी। रोडवेज की बसें जो वाराणसी की तरफ से आएंगी, वे महाराजगंज से नहीं आएंगी, वे चौकिया ओवरब्रिज, मीरानपुर चक्का, बद्रीचंद्र पोखरा, फूलनपुर रेलवे क्रॉसिंग से होते हुए गाजीपुर डिपो जाएंगी। लंका प्राइवेट बस स्टैंड की गाड़ियां लंका तिराहे से विश्वेश्वरगंज की तरफ नहीं जाएंगी। बल्कि, भूतहिया टांड से जाएंगे। कांवड़ियों के जलाभिषेक करने में कोई परेशानी ना हो, इसलिए प्रशासन ने यह रूट डायवर्जन किया है।