प्रदेर्शन के बाद महामहिम राष्ट्रपति के नाम सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन अमित शाह द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के अपमान को लेकर काँग्रेस का जोरदार प्रदेर्शन

UPT | जौनपुर कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करते कांग्रेस कार्यकर्ता।

Dec 20, 2024 15:22

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में गृह मंत्री अमित शाह की बाबा साहब भीमराव अंबेडकर पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने बाबा साहब का चित्र लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।

Jaunpur News : जौनपुर में शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में गृह मंत्री अमित शाह की ओर से बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर पर कथित अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बाबा साहब के चित्र हाथों में लेकर जमकर नारेबाजी की और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।



कलेक्ट्रेट परिसर में जुटे कार्यकर्ता, शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जताया  
दोपहर करीब एक बजे कांग्रेस कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट परिसर में जुटे। उन्होंने जमीन पर बैठकर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध दर्ज किया और बाबा साहब के सम्मान की मांग की। प्रदर्शन में सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए, जो अमित शाह के इस्तीफे और सार्वजनिक माफी की मांग कर रहे थे।

ज्ञापन में कही गई यह बातें 
कांग्रेस पार्टी की ओर से दिए गए ज्ञापन में गृह मंत्री अमित शाह के बयान को न केवल बाबा साहब के प्रति अपमानजनक बताया गया, बल्कि इसे भारतीय संविधान और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर हमला करार दिया गया। ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि 17 दिसंबर को राज्यसभा में अमित शाह की टिप्पणियां न केवल भारत रत्न बाबा साहब के अद्वितीय योगदान का अपमान हैं, बल्कि उन करोड़ों भारतीयों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली हैं, जो उन्हें भारतीय लोकतंत्र और संविधान का प्रतीक मानते हैं।

कांग्रेस ने ज्ञापन में राष्ट्रपति से यह मांगें की हैं
  • अमित शाह को उनके बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए बाध्य किया जाए।
  • इस घटना को गंभीरता से लेते हुए गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग की जाए। 
  • यदि ऐसा नहीं हुआ, तो कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को लेकर जन आंदोलन शुरू करेगी।
बयान पर तीखी प्रतिक्रिया
ज्ञापन में कांग्रेस ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर समानता, न्याय और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रतीक हैं। उनके खिलाफ की गई कोई भी अपमानजनक टिप्पणी सामाजिक सद्भाव और गणतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करने का प्रयास है। कांग्रेस ने इसे गणतंत्र की नींव पर खतरनाक हमला बताते हुए कहा कि यह बयान संविधान के प्रति असम्मान और देश के लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करने का संकेत है।

जन आंदोलन की चेतावनी
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि अमित शाह ने माफी नहीं मांगी और उनका इस्तीफा नहीं हुआ, तो पार्टी जन आंदोलन के लिए मजबूर होगी। इस आंदोलन को देशव्यापी स्तर पर चलाया जाएगा। कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के सम्मान में मजबूती से खड़े रहते हुए गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की है। यह प्रदर्शन न केवल एक नेता के बयान के खिलाफ था, बल्कि यह सामाजिक न्याय और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा का प्रयास भी था। 

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