म्यूजिक थेरैपी के माध्यम से होगा इलाज : काशी विद्यापीठ में शुरू हुआ यूपी का पहला संगीत चिकित्सा पीजी डिप्लोमा कोर्स

UPT | Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith University

Jul 05, 2024 13:47

यह संगीत चिकित्सा का कोर्स प्रदेश में एक नई पहल है और सत्र 2024-25 में इसमें एडमिशन लिए जा रहे हैं। यह कोर्स स्वास्थ्य सेवा में पेशेवरों के लिए भी उपयोगी होगा और संगीत, मनोविज्ञान, चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र में स्नातक छात्र इसमें एडमिशन...

Short Highlights
  • संगीत चिकित्सा में डिप्लोमा कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू है
  • 70 फीसदी पाठ्यक्रम ऑनलाइन होगा
Varanasi News : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने संगीत चिकित्सा में डिप्लोमा कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह प्रदेश का पहला पीजी डिप्लोमा कोर्स है जो मनोविज्ञान विभाग के संगीत चिकित्सा प्रकोष्ठ और शोध केंद्र द्वारा चलाया जाएगा। विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार, यह कोर्स हाइब्रिड मोड में होगा, जिसमें 70 फीसदी पाठ्यक्रम ऑनलाइन होगा और बाकी 30 फीसदी इंटर्नशिप, फील्ड वर्क आदि के माध्यम से पूरा किया जाएगा। 

कोर्स समन्वयक ने दी जानकारी
डॉ. दुर्गेश उपाध्याय, जो कोर्स के समन्वयक हैं, ने बताया कि यह संगीत चिकित्सा का कोर्स प्रदेश में एक नई पहल है और सत्र 2024-25 में इसमें एडमिशन लिए जा रहे हैं। यह कोर्स स्वास्थ्य सेवा में पेशेवरों के लिए भी उपयोगी होगा और संगीत, मनोविज्ञान, चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र में स्नातक छात्र इसमें एडमिशन ले सकते हैं। 

10 जुलाई तक कर सकते हैं आवेदन
डॉ. उपाध्याय ने बताया कि पाठ्यक्रम में नामांकन की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है, जो 10 जुलाई तक रहेगी। ऐसे में विश्वविद्यालय की सभी जानकारी और एडमिशन प्रक्रिया आधिकारिक वेबसाइट https://mgkvpadmission.samarth.edu.in/ से प्राप्त की जा सकती है। यह कोर्स संगीत से चिकित्सा के कौशल का विकास करने के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मदद करेगा। डॉ. उपाध्याय ने कहा कि आजकल अवसाद और मानसिक तनाव के मामले बढ़ रहे हैं। इस चिकित्सा पद्धति के माध्यम से लोगों की मानसिक स्थिति में सुधार किया जा सकता है।

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