केवल 84 सेकेंड में होगी रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा : शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक करने वाले पंडित के वंशज करेंगे यह अनुष्ठान

Uttar Pradesh Times | आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित का परिवार लगभग 400 वर्षों पहले काशी आया था।

Dec 27, 2023 15:11

राम की नगरी अयोध्या इन दिनों देश और दुनिया की सुर्खियों में है। अब सदियों पुराना इंतजार खत्म होने वाला है। आने वाली 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर में प्रभु श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान करवाया जाएगा। इसके लिए 16 जनवरी से अयोध्या उत्सव और वैदिक कर्मकांड शुरू हो जाएंगे।

Short Highlights
  • 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर में प्रभु श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान करवाया जाएगा
  • आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित ने प्राण-प्रतिष्ठा के लिए तमाम ज्योतिषी गणना के बाद अति सूक्ष्म मुहूर्त निकाला
  • 16 जनवरी को प्रभु श्रीराम नगर भ्रमण करेंगे, मूर्ति निर्माण, हवन, गणेश पूजन और मातृका पूजन होगा
  • बताया जाता है शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक भी लक्ष्मीकांत दीक्षित के पूर्वजों ने ही कराया था
Varanasi News : राम की नगरी अयोध्या इन दिनों देश और दुनिया की सुर्खियों में है। अब सदियों पुराना इंतजार खत्म होने वाला है। आने वाली 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर में प्रभु श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान करवाया जाएगा। इसके लिए 16 जनवरी से अयोध्या उत्सव और वैदिक कर्मकांड शुरू हो जाएंगे। काशी मंगला गौरी के निवासी आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित की देख रेख में यह अनुष्ठान संपन्न होना है। उत्तर प्रदेश टाइम्स की टीम ने उनसे विशेष बातचीत की। अयोध्या राम मंदिर में रामलला से जुड़े सभी अनुष्ठानों के बारे में विस्तार से जाना है। उन्होंने बताया कि केवल 84 सेकेंड के सूक्ष्म समय में प्राण-प्रतिष्ठा हो जाएगी।



अभिजीत मुहूर्त में होगी प्राण-प्रतिष्ठा
आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित ने बताया कि रामलाल की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए तमाम ज्योतिषी गणना के बाद अति सूक्ष्म मुहूर्त निकाला गया है। जिसका नाम अभिजीत मुहूर्त है। केवल 84 सेकेंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान होगा। भगवान राम का जब राज्याभिषेक हुआ था, उस समयाकाल के ग्रह-नक्षत्रों की गणना को भी देखा गया है। बहुत कुछ गणना का मिलान किया गया है। यह ग्रहीय गणना देश की सुख समृद्धि को आगे बढ़ाएगी।

भगवान राम को अर्पित होगा कमल पुष्प
पहले दिन 16 जनवरी को कलश यात्रा संग प्रभु श्रीराम नगर भ्रमण करेंगे। मूर्ति निर्माण और हवन होगा। गणेश पूजन और मातृका पूजन होगा। 150 विद्वान पूरे अनुष्ठान में शामिल होंगे। काशी से करीब दो दर्जन विद्वान अयोध्या जाएंगे। भगवान राम को कमल पुष्प काफी प्रिय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कमल पुष्प प्रभु को अर्पित करेंगे।

कहां से आए थे आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के पूर्वज
आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित का परिवार लगभग 400 वर्षों पहले काशी आया था। बताया ये भी जाता है कि शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक भी लक्ष्मीकांत दीक्षित के पूर्वजों ने ही कराया था। लक्ष्मीकांत दीक्षित ने राजस्थान, मेरठ और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर समेत कई अन्य स्थानों पर बड़े अनुष्ठानों को सम्पन्न कराया है।

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