महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ विवाहोत्सव : मदुरै से आए वस्त्रों से सजेंगे शिव-पार्वती, जानिये क्या है परंपरा...

UPT | शिव-पार्वती वस्त्र

Mar 08, 2024 10:45

महाशिवरात्रि पर टेढ़ीनीम स्थित महंत आवास पर होने वाले वैवाहिक कर्मकांड के दौरान बाबा विश्वनाथ और गौरा की चल प्रतिमा के लिए मदुरै से वस्त्र भेजे गए हैं।

Varanasi News : महाशिवरात्रि पर टेढ़ीनीम स्थित महंत आवास पर होने वाले वैवाहिक कर्मकांड के दौरान बाबा विश्वनाथ और गौरा की चल मूर्ति के लिए मदुरै से वस्त्र भेजे गए हैं। मदुरै के मीनाक्षी सुंदेश्वर मंदिर के पुजारी पं. एसके रमन शास्त्री एवं उनकी पत्नी सुंदरता लक्ष्मी बाबा और गौरा के विवाह का जोड़ा लेकर गुरुवार को काशी पहुंचे।

ऐसे मिली प्रेरणा
पं. एसके रमन शास्त्री एवं उनकी पत्नी सुंदरता लक्ष्मी विवाह का जोड़ा महंत आवास पहुंचकर पूर्व महंत डा. कुलपति तिवारी के पुत्र पं. वाचस्पति तिवारी को सौंपा। पं. एसके रमन शास्त्री ने कहा कि जब मुझे यह सूचना मिली कि विवाहपूर्व लोकाचार के लिए अयोध्या के प्रसिद्ध रामायणी पं. वैद्यनाथ पांडेय के पुत्र पं. राघवेश पांडेय ने अयोध्या से हल्दी प्रेषित की है, उसी समय उन्होंने तय कर लिया था कि महंत अवास पर होने वाले वैवाहिक अनुष्ठान के दौरान बाबा विश्वनाथ और माता पार्वती को अर्पित करने के लिए वस्त्रों का जोड़ा मैं अपनी तरफ से भेंट करुंगा। 

मंदिर स्थापना के समय से चली आ रही परंपरा
महाशिवरात्रि के दिन महंत आवास पर होने वाले वैवाहिक कर्मकांड के दौरान बाबा और गौरा की चल प्रतिमाओं को यही जोड़ा धारण कराया जाएगा। उल्लेखनीय है कि एक तरफ काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा का विवाह होता है तो ठीक उसी समय महंत आवास पर भी विवाह के विधान पूर्ण किए जाते हैं। महंत आवास पर यह परंपरा विश्वनाथ मंदिर के स्थापना काल से अनवरत चली आ रही है।

Also Read