New Year 2024 : नए साल पर 10 लाख लोगों ने किए बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन, उमड़ा हुजूम और लगी कई किलोमीटर लंबी लाइन

Uttar Pradesh Times | नए साल पर 10 लाख लोगों ने किए बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन

Jan 01, 2024 18:58

काशी विश्वनाथ मंदिर में कुछ ही घंटों में पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन -पूजन किया। एक ओर उज्जैन के महाकालेश्वर में 2024 की पहली भस्म आरती की गई, तो वही ...

Varansi News : नए साल 2024 की शुरुआत सोमवार से हो गई। इसे मंगलमय बनाने के लिए धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहा। काशी पूरी तरह महादेव के रंग में रंग गई। हर कोई बाबा विश्वनाथ के दर्शन करके नए साल 2024 की शुरुआत करना चाह रहा था। देर रात से श्रद्धालुओं की एक किलोमीटर लंबी लाइन दिखी। काशी विश्वनाथ मंदिर में कुछ ही घंटों में पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन -पूजन किया। एक ओर उज्जैन के महाकालेश्वर में 2024 की पहली भस्म आरती की गई, तो वही वाराणसी में दशाश्वमेध घाट पर पहली गंगा आरती और सूर्य पूजा की गई।  मंदिर प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक देर रात तक 10 लाख से ज्यादा भक्त बाबा के दरबार में हाजरी लगाएंगे।  

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के चारों ओर भक्तों की 2-2 किलोमीटर लंबी-लंबी कतारें लगी हुई थीं। यह माहौल 30 दिसंबर की शाम से ही बना हुआ है। लोगों की भीड़ को देखते हुए मंदिर कॉरिडोर में चारों ओर से प्रवेश दिया गया  गोदौलिया से गेट नंबर 4 तक लाइन लगी रही। मंदिर प्रशासन ने दर्शनार्थियों के लिए मेडीकल टीम की भी सुविधा दी गयी है। भीड़ को देखते हुए  मंदिर में VIP दर्शन बंद कर दिए गए। वहीं, ललिता घाट और दशाश्वमेध घाट से स्नान करते हुए भक्त लाइन में लगे रहे।

बाबा के दर्शन करने आने वालों में बुजुर्गों की संख्या भी इस बार अधिक है। उनके लिए गोदौलिया से ही व्हील चेयर की व्यवस्था की गई थी। साथ व्हील चेयर ले जाने वाले लोगों के लिए अनुदेश जारी कर दिए गए थे ताकि अन्य श्रद्धालुओं से किसी भी तरह का गलत व्यवहार न हो सके। साथ ही मैदागिन से गोदौलिया तक किसी भी तरह की गाड़ियों के प्रवेश पाबन्दी रही।

रिपोर्ट्स के मुताबिक उज्जैन में भी आज के दिन श्रद्धालुओं की संख्या का नया रिकॉर्ड बन सकता है। भक्तो का जमावड़ा देखते हुए मंदिर समिति की और से आज न्यू ईयर पर सावन वाली व्यवस्था लागू की गई है। प्रोटोकॉल और रुद्राभिषेक पर भी रोक रही। महादेव की नगरी में आने वाले भक्त बाबा के दर्शन के बाद कालभैरव, संकटमोचन, दुर्गाकुंड, बटुकभैरव मंदिर में भी दर्शन को पहुंचे। क्राउड कंट्रोल के लिए जगह-जगह पुलिस और पीएसी को भी तैनात किया गया था। गंगा घाटों पर जल पुलिस की टीम निगरानी करती रही।

Also Read