पूर्व विधायक संजय प्रताप एक बार फिर चर्चा में : अपने ही सरकार के अफसर पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, विकास कार्यों की जांच की मांग

अपने ही सरकार के अफसर पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, विकास कार्यों की जांच की मांग
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Dec 05, 2024 11:02

संजय प्रताप जायसवाल ने अपने पत्र में लिखा है कि रुधौली क्षेत्र में भ्रमण के दौरान उन्हें जानकारी मिली कि खंड विकास अधिकारी द्वारा विभिन्न विकास कार्यों में भ्रष्टाचार किया गया है।

Dec 05, 2024 11:02

Siddharthnagar News : सिद्धार्थनगर जिले के रुधौली क्षेत्र के पूर्व विधायक संजय प्रताप जायसवाल अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। एक बार फिर वो अपने बयान को लेकर चर्चा में है। इस बार उन्होंने अपने ही सरकार के अफसर खंड विकास अधिकारी (बीडीओ), रुधौली पर क्षेत्र में व्यापक भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी और फर्जी भुगतान के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विकास कार्यों की जांच कराने और प्रभावी कार्रवाई करने का आग्रह किया है।

मुख्यमंत्री को भेजा पत्र
संजय प्रताप जायसवाल ने अपने पत्र में लिखा है कि रुधौली क्षेत्र में भ्रमण के दौरान उन्हें जानकारी मिली कि खंड विकास अधिकारी द्वारा विभिन्न विकास कार्यों में भ्रष्टाचार किया गया है। आरोप है कि धरातल पर काम न होने के बावजूद लाखों रुपये का फर्जी भुगतान किया गया। पत्र में उन्होंने लिखा कि राम जानकारी मंदिर नहुआ और ओस गिरिनाथ धाम में आरओ वाटर प्लांट लगवाने के नाम पर भुगतान हुआ है। इसके अलावा, क्षेत्र के कई अन्य ग्रामों में बिना कार्य किए ही भुगतान कर दिया गया।



फर्जी भुगतान और अनियमितताएं
पूर्व विधायक ने दावा किया कि केरौना गांव सहित अन्य क्षेत्रों में ग्राम पंचायत के कार्यों का भुगतान क्षेत्र पंचायत से कराया गया। हसनी नदी पर बांध निर्माण कार्य, गांव गनवरिया कला में सीसी रोड निर्माण, सोलर पैनल मरम्मत और परिसर में गिट्टी पटाई, रायठ पिच रोड से सुभाष के घर तक इंटरलॉकिंग कार्य, जोधीजोत में साधन सहकारी समिति का मरम्मतीकरण और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का मरम्मत कार्य जैसे कार्यों के लिए लाखों रुपये का फर्जी भुगतान कर दिया गया। संजय प्रताप जायसवाल ने आरोप लगाया कि इन सभी कार्यों में करीब 52 लाख रुपये का फर्जी भुगतान किया गया, जिससे सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा। उन्होंने आरोप लगाया कि ब्लॉक कंटिंजेंसी का लाखों रुपये का भुगतान गैर-जनपद गोण्डा की एक फर्म "पुष्पा कंस्ट्रक्शन" को दिया गया, जबकि जिले में कई स्थानीय फर्म मौजूद हैं।

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स्थलीय निरीक्षण की मांग
पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि इन विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कराया जाए और खंड विकास अधिकारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इस भ्रष्टाचार ने न केवल राजस्व को नुकसान पहुंचाया है बल्कि क्षेत्र के विकास कार्यों की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े किए हैं।

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