विदेश में फंसा युवक : अभिषेक की कहानी, परिवार की उम्मीदें और अब मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से गुहार लगाने को मजबूर पिता

UPT | पीड़ित अभिषेक।

Dec 22, 2024 17:46

आगरा समेत देशभर के युवा अपने और परिवार के बेहतर भविष्य के लिए जोखिम उठाकर विदेश जाने का सपना देखते हैं। हालांकि, कई बार यह सपना धोखाधड़ी और शोषण में बदल जाता है, जिससे न केवल उनका, बल्कि परिवार का जीवन भी संकट में आ जाता है।

Agra News : आगरा ही नहीं देश का हर युवा अपने सुनहरे भविष्य के लिए उड़ान भरना चाहता है, अपने और परिवार के भरण पोषण और सुरक्षित जीवन के लिए युवा कोई भी जोखिम लेने के लिए भी तैयार रहते हैं। आज आगरा ही नहीं भारत के कोने-कोने से हजारों युवा रोजगार और सुनहरे भविष्य की तलाश में विदेश जा रहे हैं। भारत से जाने वाले यह सभी युवा तमाम सपने संजोए हुए होते हैं, कई बार उनके सपने साकार होकर उड़ान भरते दिखाई देते हैं तो कई युवाओं के यह सपना दिवास्वप्न के रूप में तब्दील ही नहीं होते बल्कि अपने जीवन को भी संकट में डाल देते हैं। ऐसे तमाम युवा विदेशी जालसाजों के चंगुल में फंस रहे हैं, जो उन्हें भविष्य के सपने दिखा कर यहां से अपने देशों में ले जाते हैं।

आगरा थाना ट्रांस यमुना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाले आलोक के 19 वर्षीय पुत्र अभिषेक भी पांच माह पहले दक्षिण अफ्रीका गए थे, उम्मीद के साथ कि वह अपने परिवार का भविष्य बदलेंगे। लेकिन आज वह और उनके परिवार एक चालसाज के चंगुल में फंस गया है। अभिषेक को उसकी कंपनी के ओनर ने इतनी यातनाएं दी कि वह अपने परिजनों को यह सूचना देने के लिए मजबूर हो गया। आज अभिषेक का परिवार मजबूर और परेशान है। अभिषेक के पिता आलोक ने मजबूर होकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से गुहार लगाई है। 



पिता बोले, अभिषेक हम लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए दक्षिण अफ्रीका चला गया 
उत्तर प्रदेश टाइम्स की टीम अभिषेक के घर ट्रांस यमुना पहुंची, जहां उन्हें बुजुर्ग पिता कड़ाके की ठण्ड में चारपायी पर कंबल को ओढे हुए लेते थे, यूपीटी की टीम को देखकर बैठ गए। उन्होंने बताया कि वह राम बाग़ में दीवान चंद सूर्य प्रकाश जैन की बैयरिंग फैक्ट्री में काम कर बच्चों को भरण पोषण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेरे दो बेटे हैं। जिनमें अभिषेक छोटा है दूसरा बढ़ा बेटा करन 12 वीं में पढ़ रहा है। अभिषेक के पिता ने बताया कि कॉलोनी के चार-पांच बच्चे दक्षिण अफ्रीका में काम कर रहे हैं। वह कई बार अभिषेक को नौकरी के लिए कह चुके थे, दक्षिण अफ्रीका में काम करने वाले मित्र कहते थे अभिषेक तेरी जिंदगी बन जाएगी। बस फिर क्या था, इस बार अभिषेक में भी ठान लिया कि वह हम लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए दक्षिण अफ्रीका चला गया। 

दक्षिण अफ्रीका में कंपनी के मालिक पर प्रताड़ित करने का आरोप
19 वर्षीय अभिषेक के पिता आलोक बताते हैं कि बेटे को बताया गया था कि बेहतर वेतन मिलेगा, नौकरी भी सम्मानजनक ही मिलेगी। अभिषेक अपने और परिवार के भविष्य को देखकर दक्षिण अफ्रीका चला गया। वह अपने पिता से कहता था पापा आप परेशान ना हो, अब हमारे परिवार के भी दिन बदलेंगे। आलोक बताते हैं कि उनका 19 वर्षीय बेटा अभिषेक 12 जुलाई 2024 को दक्षिण अफ्रीका गया था। जब दक्षिण अफ्रीका नौकरी के लिए पहुंचा तभी से कंपनी के मालिक द्वारा उसे प्रताड़ित किया जा रहा था, लेकिन दिसंबर से तो मानव उस पर कहर ही टूट पड़ा हो। अभिषेक को यातनाएं दी जाने लगीं।

वीडियो संदेश को देखकर पिता और भाई के पैरों तले जमीन खिसक गई
अभिषेक के परिजनों ने बताया कि बीते दिनों उसने एक वीडियो भेजो जिसको देखकर पिता आलोक और भाई करन के पैरों तले जमीन खिसक गई। वह वीडियो में अपनी आप बीती बता रहा था, मांग कर रहा था कि उसे किसी भी तरीके से मुक्त कराया जाए। उसने वीडियो के माध्यम से बताया कि उसकी कंपनी के संचालक ने उसका पासपोर्ट और वीजा जप्त कर लिया है। उसे यातनाएं दी जा रही हैं। भाई और पिता दोनों बहुत परेशान हो गए, पड़ोसियों को मामले से अवगत कराया तो उन्हें पड़ोसियों ने हिम्मत दी और उन्हें पुलिस आयुक्त से जे रविंद्र गौड़ से मिलवाया। पूरा मामला सुना और केस एसीपी छत्ता हेमंत कुमार को ट्रांसफर कर दिया। अभिषेक के बड़े भाई करन शर्मा कहते हैं कि एसीपी सत्ता से उन्हें संतोष जनक कार्रवाई देखने को नहीं मिली तो वह किसी के माध्यम से स्थानीय विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह के पास पहुंचे पूरे प्रकरण से अवगत कराया। विधायक ने पुलिस आयुक्त से मिले और पीड़ित को हर हाल न्याय दिलाने की बात कही। पीड़ित को उम्मीद है कि उनका बेटा दक्षिण अफ्रीका से जल्द लौटेगा। 

अभिषेक और परिवार को तबाह करने की धमकी, पीड़ित परिवार से सीधे तौर पर 5 लाख की मांग की जा रही 
पीड़ित परिवार ने अपने बेटे को मुक्त कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर मदद की मांग की है। पीड़ित परिवार ने यूपीटी की टीम को अपनी वेदना बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री से हमें उम्मीद है कि जिस तरीके से उन्होंने विदेश में रह रहे अन्य लोगों को सहायता की है, वह हमारी भी मदद करेंगे और हमारे अभिषेक को दक्षिण अफ्रीका से मुक्त कराकर भारत लाएंगे। पीड़ित परिवार ने इस दौरान यूपीटी की टीम को अभिषेक की कंपनी के संचालक द्वारा दी जाने वाली धमकी का ऑडियो भी सुनाया। ऑडियो में संचालक साफ तौर पर पीड़ित अभिषेक और उसके परिवार को तबाह करने की धमकी दे रहा था। पीड़ित परिवार से सीधे तौर पर 5 लाख की मांग की जा रही थी। कंपनी संचालक द्वारा मकान को बेचने की धमकी दी जा रही थी। बड़ी बात यह है कि दक्षिण अफ्रीका का कंपनी संचालक एक भारतीय है, और भारतीय होने के बावजूद वह हिंदुस्तानी को प्रताड़ित कर रहा है। अभिषेक के भाई करण शर्मा ने बताया कि अभिषेक के साथ-साथ वह पूर्व में कई अन्य लोगों को इस तरीके से ब्लैकमेल कर चुका है। अब देखना होगा कि अभिषेक शर्मा के मामले आगरा पुलिस प्रशासन और प्रधानमंत्री कार्यालय किस तरीके से दक्षिण अफ्रीका में फंसे हुए अभिषेक को मदद कर पाते हैं। 

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