एंबुलेंस संचालकों की दबंगई : 600 मीटर की दूरी के लिए मांगें जा रहे 1500 रुपये, शव ले जाने से इनकार

UPT | सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज।

Oct 18, 2024 19:56

बुधवार की देर रात सूरज राजपूत की तड़के 4:00 के आसपास मौत हो गई। उन्होंने आसपास एंबुलेंस की तलाश की तो वहीं खड़ी हुई प्राइवेट एंबुलेंस के चालकों से उन्होंने मोर्चरी ले जाने के लिए बात की। 

Agra News : आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में एंबुलेंस संचालकों की मनमानी कुछ अधिक बढ़ गई हैं। 500 से 600 मीटर की दूरी के लिए 1500 रुपये तक मांगें जाते हैं। इसी कड़ी में एंबुलेंस संचालकों की भाजपा नेता के भतीजे के शव को पीएम हाउस ले जाने से मना कर दिया और पैसे देने की बात कहने पर अभद्रता और मारपीट पर उतर आया। एंबुलेंस संचालक द्वारा कहा गया कि यह एंबुलेंस सरकारी नहीं है हम एंबुलेंस शव लेकर नहीं जाते बल्कि यह मरीजों के लिए है। इसी बात पर बहस हो गई और मामला बढ़ता चला गया। मृतक के परिजनों को मजबूरन शव को स्ट्रेचर पर रखकर पीएम हाउस तक ले जाना पड़ा। 

 
बताया जा रहा है कि थाना ताजगंज क्षेत्र के श्यामो गांव के विजय सिंह लोधी भाजपा में श्यामो के मंडल अध्यक्ष हैं। उनके भतीजे ने 28 सितंबर को विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया था, इसके बाद उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग में उनका उपचार चल रहा था। बुधवार की देर रात सूरज राजपूत की तड़के 4:00 के आसपास मौत हो गई। उन्होंने आसपास एंबुलेंस की तलाश की तो वहीं खड़ी हुई प्राइवेट एंबुलेंस के चालकों से उन्होंने मोर्चरी ले जाने के लिए बात की। 

भतीजा सूरज राजपूत (24) के विषाक्त पदार्थ खाने पर 28 सितंबर को एसएन के मेडिसिन विभाग में इलाज चल रहा था। बुधवार की देर रात मौत होने पर तड़के 4 बजे पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी लेकर जाना था। इसके लिए उन्होंने मेडिसिन विभाग के पास खड़ी हुई एंबुलेंस के चालक से बात की तो एंबुलेंस चालक द्वारा बताया गया कि वह शवों को नहीं ले जाते और यह एंबुलेंस सरकारी नहीं बल्कि प्राइवेट है।

अभद्रता पर उतर आया और धक्का मुक्की चालू हो गई
मृतक के परिजनों ने कहा कि भाई आप किराया ले लीजिए... इसके बाद तो एंबुलेंस चालक अभद्रता पर उतर आया और धक्का मुक्की चालू हो गई। यही नहीं गेट के पास ही सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज की एंबुलेंस खड़ी हुई थी, उसके चालक ने भी शव को ले जाने से साफ मना कर दिया। मजबूरन मृतक के शव को स्ट्रेचर पर रख कर ले जाना पड़ा। यह पहला मामला नहीं है जब किसी मृतक के परिजनों के साथ इस तरह की घटना हुई हो। वही इस संबंध में एसएन मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.प्रशांत गुप्ता का कहना है कि मेडिकल कॉलेज परिसर में निजी एंबुलेंस का प्रवेश वर्जित है, यह कॉलेज परिसर में कैसे प्रवेश कर रही हैं और इनकी कड़ाई के साथ रोकथाम के लिए पुलिस को पत्र लिखा गया है। 

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