उत्तर प्रदेश टाइम्स की खबर का बड़ा असर : गौशाला के निरीक्षण में मिलीं खामियां, आगरा में संस्था पर FIR...

UPT | गौशाला में गौवंशों की दुर्दशा।

Nov 11, 2024 11:09

उत्तर प्रदेश सरकार ने सड़कों पर गौवंशों के विचरण करने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश हैं। जिसके चलते नगर निगम की टीम हमेशा सड़कों पर विचरण करने वाले गौवंश को पकड़कर कान्हा गौशाला और दयालबाग...

Agra News : उत्तर प्रदेश सरकार ने सड़कों पर गौवंशों के विचरण करने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश हैं। जिसके चलते नगर निगम की टीम हमेशा सड़कों पर विचरण करने वाले गौवंश को पकड़कर कान्हा गौशाला और दयालबाग स्थिति एसपीसीए गौशाला में पहुंचाते हैं। गौशालाओं की स्थिति को जानने के लिए उत्तर प्रदेश टाइम्स की टीम कान्हा एवं एसपीसीए गौशाला की हकीकत को सामने लाई थी। दोनों ही जगह गौवंश की स्थिति बेहद भयावह थी। गौवंश जमीन पर तड़प तड़प कर दम तोड़ रहीं थीं। उत्तर प्रदेश टाइम्स की खबर शासन तक ख़बर पहुंची तो पुलिस- प्रशासन और नगर निगम में हड़कंप मच गया। 

एसपीसीए को दिया गया पट्टा निरस्त
यूपीटी की ख़बर के बाद आगरा पुलिस- प्रशासन एवं नगर निगम हरकत में आया। यही नहीं, रविवार को पुलिस आयुक्त जे. रविंद्र गौड़, डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी, नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने दयालबाग स्थित गौशाला एसपीसीए का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों ने भारी लापरवाही देखी। उत्तर प्रदेश टाइम्स की खबर का इतना बड़ा असर रहा कि प्रशासन ने एसपीसीए को दिया हुआ पट्टा निरस्त कर दिया और संचालक के खिलाफ प्राथमिक की दर्ज करवा दी। 

गौवंशों की संख्या पर विवाद
प्रशासनिक अधिकारियों के निरीक्षण की जानकारी पर एसपीसीए के संचालक भी गौशाला पहुंच गए। डीएम, पुलिस कमिश्नर और नगर आयुक्त साथ साथ तमाम प्रशासनिक अधिकारी निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे। गौशाला संचालक प्रशासनिक अधिकारियों के प्रश्नों का जवाब नहीं दे पा रहे थे। अधिकारियों ने तत्काल ही वहां पर मौजूद गौवंश की गिनती करवाई। उसमें भी अधिकारियों को गड़बड़झाला मिला। नगर निगम और एसपीसीए के अधिकारियों के बीच गौवंशों की संख्या पर विवाद हो गया। अब मामला अधिकारियों के हाथ से निकलकर शासन तक पहुंच चुका है। गौशाला में हो रही धांधली एवं लापरवाही को लेकर पशु चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों की लापरवाही भी उजागर हुई है। सूत्रों की मानें तो इस मामले में कई अधिकारी कार्रवाई की जद में आ सकते हैं। शासन ने एसपीसीए में हुई लापरवाही को लेकर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 

कई मृत गोवंश भी पड़े हुए थे
उत्तर प्रदेश टाइम्स की टीम जब गोपाष्टमी के दिन एसपीसीए के गौशाला पहुंची थी, तब वहां पर स्वयंसेवी गौवंश की सेवा में जुटे थे। यहां पर बीमार, लाचार एवं जमीन पर तड़प रही गोवंश को दुलार रहे थे। उन्हें भोजन कराने का प्रयास कर रहे थे। यूपीटी की टीम के सामने ही चिकित्सकों को बुलाने के लिए कहा गया था। इस दौरान कई को गौवंश तो मुंह में से झाग दे रहे थे, कई की आंखों को जानवरों ने नोच लिया था। इनके बीच में ही कई मृत गोवंश भी पड़े हुए थे। 

कान्हा में भी हैं तमाम खामियां
यह पूरा मामला दयालबाग स्थिति एसपीसीए गौशाला का था, लेकिन ऐसे ही भयावह हालत कान्हा गौशाला में भी मिले थे। लेकिन, कान्हा गौशाला में उत्तर प्रदेश टाइम्स की टीम से प्रवेश के दौरान ही मोबाइल फोन ले लिया गया था। यहां पर तमाम कमियां मिलीं थीं। कान्हा गौशाला में भी गोवंश मृत मिले थे। जो अन्य गोवंश के बीच में ही मौजूद थे। कई बीमार जमीन पर ही तड़प रहे थे। अब देखना होगा कि प्रशासनिक अमला नगर निगम द्वारा संचालित कान्हा गौशाला की तरफ कब रुख करता है। यहां पर 3200 से अधिक गौवंश मौजूद हैं। यहां यह बताना आवश्यक है कि कान्हा गौशाला में जेसीबी खड़ी हुई थी, जो इशारा कर रही थी कि यहां पर सब कुछ ठीक नहीं है। ईमानदारी के साथ जांच हुई तो बड़े-बड़े अधिकारी यहां पर नप सकते हैं। 

कान्हा की ओर कब रुख करेंगे अफसर
उत्तर प्रदेश टाइम्स की खबर का इतना बड़ा असर हुआ है कि शासन ने जिले में मौजूद तमाम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिले के प्रशासनिक अधिकारी नगर निगम द्वारा संचालित कान्हा गौशाला की तरफ कब रुख करेंगे, यह आने वाला वक्त ही बताएगा।

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