करहल उपचुनाव : सपा के गढ़ में मतदान प्रतिशत गिरने से पार्टी की चिंताएं बढ़ीं, भाजपा में उत्साह का माहौल

UPT | सपा के गढ़ में मतदान गिरा

Nov 21, 2024 13:55

मैनपुरी की करहल विधानसभा उपचुनाव में इस बार राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। मतदान का प्रतिशत इस बार उम्मीद से काफी कम रहा है, जिससे समाजवादी पार्टी  के समर्थकों में निराशा नजर आ रही है...

Mainpuri News : मैनपुरी की करहल विधानसभा उपचुनाव में इस बार राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। मतदान का प्रतिशत इस बार उम्मीद से काफी कम रहा है, जिससे समाजवादी पार्टी के समर्थकों में निराशा नजर आ रही है। हालांकि सपा ने अपनी जीत का दावा किया है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी  के नेताओं में खुशी का माहौल है जो इसे अपनी रणनीति की सफलता मान रहे हैं।

कुल  53.89 प्रतिशत मतदान हुआ
बुधवार को करहल विधानसभा में हुए मतदान में कुल 53.89 प्रतिशत मतदान हुआ। यह आंकड़ा पिछले विधानसभा चुनाव में 66.11 प्रतिशत मतदान से 12.20 प्रतिशत कम है। ऐसे में सपा खेमे में चिंता की लहर है, क्योंकि करहल में आमतौर पर मतदान का प्रतिशत 60 प्रतिशत से ऊपर रहता था। इस बार अनुमान के अनुसार करीब 45,000 कम वोट पड़े हैं जो सपा के लिए एक बड़ा झटका है।

प्रत्याशियों की टक्कर और चुनावी रणनीतियां
इस बार सपा ने अपने पुराने नेता तेजप्रताप यादव को उम्मीदवार बनाया, जबकि भाजपा ने सपा सांसद धर्मेंद्र यादव के बहनोई अनुजेश यादव को चुनावी मैदान में उतारा। भाजपा ने अपने प्रचार में "कमरिया-घोषीवाद" का नारा दिया, जिसका उद्देश्य यादव समाज के वोटों को बांटना था। मतदान के दिन कम मतदान ने सपा में बेचैनी पैदा कर दी है, जबकि भाजपा इसे अपनी रणनीति की सफलता मान रही है। सपा नेता दावा कर रहे हैं कि कम मतदान के बावजूद वे करहल विधानसभा सीट पर जीत हासिल करेंगे, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक इस बार सपा की बड़ी जीत की संभावना को नकार रहे हैं।



ईवीएम में कैद हुई प्रत्याशियों की किस्मत
करहल विधानसभा सीट पर भाजपा ने 2002 में 54.3 प्रतिशत मतदान पर जीत हासिल की थी। उस समय पार्टी ने सोबरन सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया था। उसके बाद मतदान का प्रतिशत लगातार बढ़ता गया। इस बार फिर से यादव उम्मीदवार है, लेकिन मतदान का प्रतिशत कम होने के कारण समीकरण एक बार फिर चुनौतीपूर्ण दिखाई दे रहा है। करहल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे सभी सात प्रत्याशियों की किस्मत अब ईवीएम में कैद हो गई है। कड़ी सुरक्षा के बीच ईवीएम को नवीन मंडी स्थित स्ट्रांग रूम में रखवाया गया है। वहीं  23 नवंबर को होने वाली मतगणना के बाद हार-जीत का फैसला हो जाएगा। मतगणना सुबह 8 बजे शुरू होगी और दोपहर 12 बजे तक यह स्पष्ट हो जाएगा कि जीत का ताज किसके सिर पर सजता है।

इन पर हैं सभी की निगाहें
18 अक्तूबर को चुनाव आयोग ने उपचुनाव का ऐलान किया था। इसके बाद सभी राजनीतिक दल चुनावी रणनीतियों में जुट गए थे। कुल सात प्रत्याशी इस बार चुनावी मैदान में थे, जिनमें मुख्य रूप से सपा प्रत्याशी तेजप्रताप यादव, भाजपा प्रत्याशी अनुजेश सिंह और बसपा प्रत्याशी अवनीश शाक्य पर जनता की निगाहें थीं। जनसंपर्क, सभाएं और रोड शो के बाद 20 नवंबर को मतदान हुआ। अब सभी प्रत्याशी अपने-अपने वोटिंग डेटा का अध्ययन कर रहे हैं और अपने संभावित जीत के सूत्र खोज रहे हैं।

करहल विधानसभा सीट से यह हैं मैदान में
  • तेजप्रताप यादव (सपा)
  • अनुजेश सिंह (भाजपा)
  • अवनीश शाक्य (बसपा)
  • सुनील मिश्रा (सर्व समाज जनता पार्टी)
  • प्रदीप (आजाद समाज पार्टी कांशीराम)
  • विवेक यादव (सर्वजन सुखाय पार्टी)
  • सचिन कुमार (निर्दलीय)

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