संसद में हेमा मालिनी : वक्फ बिल पर मथुरा की सांसद बोलीं- विपक्ष बस विरोध करता रहेगा

UPT | संसद में हेमा मालिनी

Aug 08, 2024 16:54

संसद के मानसून सत्र में मथुरा की सांसद और प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान विपक्ष की भूमिका पर कटाक्ष किया। उन्होंने इस दौरान विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए कहा कि...

Mathura News : संसद के मानसून सत्र में मथुरा की सांसद और प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान विपक्ष की भूमिका पर कटाक्ष किया। उन्होंने इस दौरान विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए कहा कि विपक्ष का मुख्य उद्देश्य केवल सरकार के हर कदम का विरोध करना है, चाहे वह कितना ही महत्वपूर्ण या जनहितकारी क्यों न हो।

वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा की बात
हेमा मालिनी ने वक्फ संशोधन विधेयक पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह विधेयक देश के अल्पसंख्यक समुदायों की संपत्तियों की सुरक्षा और उनके सही प्रबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस विधेयक में वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा और उनके उचित उपयोग को सुनिश्चित करने के प्रावधान शामिल हैं, जिनका उद्देश्य उन संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार द्वारा प्रस्तुत यह विधेयक अल्पसंख्यक समुदायों की संपत्तियों की रक्षा के लिए एक सकारात्मक पहल है, लेकिन विपक्ष ने इस पर भी विरोध जताया, जो देश के हित के खिलाफ है।

विपक्ष का विरोध
मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि संसद में जब भी कोई नया विधेयक आता है, तो विपक्ष का पहला कदम उसका विरोध करना होता है, चाहे उस विधेयक की कितनी ही महत्ता क्यों न हो। उन्होंने कहा कि विपक्ष का विरोध करना केवल एक औपचारिकता बनकर रह गया है, जबकि उनका काम केवल विरोध तक सीमित नहीं होना चाहिए। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि विपक्ष का यह रवैया देश की प्रगति में बाधा डाल सकता है। अगर विपक्ष को किसी विधेयक में कोई कमी नजर आती है, तो उसे रचनात्मक सुझावों के साथ प्रस्तुत करना चाहिए, न कि मात्र विरोध करना।
वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन
हेमा मालिनी ने वक्फ संपत्तियों के सही प्रबंधन और सुरक्षा की बात करते हुए कहा कि यह न केवल अल्पसंख्यक समुदायों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए लाभकारी होगा। उन्होंने बताया कि वक्फ बोर्ड के तहत आने वाली कई संपत्तियां या तो अनुपयोगी हो गई हैं या फिर उनका दुरुपयोग हो रहा है। इस विधेयक के माध्यम से उन संपत्तियों का सही उपयोग सुनिश्चित किया जा सकेगा, जिससे उन क्षेत्रों का विकास होगा जहां ये संपत्तियां स्थित हैं।

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विपक्ष से सहयोग की अपील
हेमा मालिनी ने विपक्ष से अपील की कि वे अपने विरोध की दिशा बदलें और हर मुद्दे का विरोध करने के बजाय देशहित में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि सरकार ने वक्फ संशोधन विधेयक को इसलिए प्रस्तुत किया है ताकि अल्पसंख्यक समुदायों की संपत्तियों की सुरक्षा और उनके बेहतर प्रबंधन को सुनिश्चित किया जा सके। इस विधेयक के माध्यम से वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोका जाएगा और उन्हें समाज के लाभ के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा।

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हर मुद्दे पर जिम्मेदारी से चर्चा
हेमा मालिनी ने अपने बयान में विपक्ष से आग्रह किया कि वे अपने रवैये में बदलाव लाएं और देश की प्रगति के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में स्वस्थ बहस और आलोचना का स्थान होता है, लेकिन विरोध का मकसद जनहित के खिलाफ नहीं होना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संसद में उठाए गए हर मुद्दे पर जिम्मेदारी से चर्चा होनी चाहिए ताकि देश के विकास के लिए सही निर्णय लिए जा सकें।

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नई बहस की शुरुआत
हेमा मालिनी के इस बयान ने संसद में नई बहस को जन्म दिया। सत्ता पक्ष ने उनके बयान का समर्थन किया, जबकि विपक्षी दलों ने उनके आरोपों को खारिज कर दिया। विपक्ष का तर्क था कि वे जनहित में उठाए गए मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं और उनकी जिम्मेदारी है कि वे सरकार के गलत कदमों पर सवाल उठाएं। विपक्ष का मानना है कि लोकतंत्र में उनकी यह भूमिका महत्वपूर्ण है, और वे इसे पूरी जिम्मेदारी के साथ निभा रहे हैं।

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