Mathura News : बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड में दोष सिद्ध, कल कोर्ट सुनाएगा सजा

UPT | न्यायालय फोटो

Sep 11, 2024 21:48

पिछले सात पहले यानी 15 मई 2017 को मथुरा में हुई दो सराफा कारोबारियों की हत्या और पांच करोड़ की डकैती में आज न्यायालय ने...

Mathura News : पिछले सात पहले यानी 15 मई 2017 को मथुरा में हुई दो सराफा कारोबारियों की हत्या और पांच करोड़ की डकैती में आज न्यायालय ने 9 आरोपियों को दोषी पाया है। पूरे प्रदेश को हिलाकर रख देने वाली इस सनसनीखेज वारदात की अदालत में सुनवाई पूरी होने के बाद  9 लोगों पर दोष सिद्ध हुआ है।



क्या है पूरा मामला
बुधवार को ब्रह्मतेज चतुर्वेदी स्पेशल जज ईसी एक्ट की कोर्ट में इस पर दोष सिद्ध हुआ। आरोपियों में रंगा बिल्ला गैंग का नाम सामने आने पर सबकी नजर इस पर टिकी हैं। यह वारदात शहर के छत्ता बाजार स्थित कोयला वाली गली में हुई थी। शाम के समय सराफा कारोबारी मयंक अग्रवाल की आभूषणों की दुकान पर नकाबपोश बदमाशों ने हमला किया था। उन्होंने विरोध करने पर दुकान पर ही बैठे मयंक अग्रवाल, उनके बड़े भाई विकास अग्रवाल और एक अन्य व्यापारी मेघ अग्रवाल को गोली मार दी थी। इसमें विकास और मेघ अग्रवाल की मौत हो गई थी। मयंक को भी दो गोलियां लगी थी और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। गोलियां बरसाकर बदमाश दुकान से लगभग 5 करोड़ रुपये सोने-चांदी के जेवरात, कैश आदि लूटकर ले गए। फायरिंग की आवाज सुनकर लोग दौड़े लेकिन बदमाश फायरिंग करते हुए भाग निकले। थोड़ी ही देर में यह इस सनसनीखेज डकैती एवं हत्याकांड की गूंज लखनऊ तक पहुंच गई थी।

सीएम ने तत्कालीन डीजीपी को कार्रवाई करने का दिए निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने तत्कालीन डीजीपी सुलखान सिंह को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए थे। विभिन्न दलों के नेताओं ने भी मथुरा में ही डेरा डाल दिया था। ऐसे में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक सप्ताह में मामले के खुलासा का दावा कर दिया था। मयंक के नाना डॉ. अशोक अग्रवाल ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ इस प्रकरण में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच में सभी आरोपियों के नाम का खुलासा किया था। कोर्ट में मयंक अग्रवाल, मो. अली, अशोक साहू के अलावा चिकित्सक और पुलिस कर्मियों की गवाही हुई।

रंगा बिल्ला गैंग ने इस वारदात को दिया था अंजाम
खबर आग की तरह शहर में फैल गई थी और शहर में स्थिति गंभीर हो गई। सारे बाजार बंद हो गए और व्यापारी सड़कों पर उतर आए। उन्होंने होली गेट पर कारोबारियों के शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था। कई दिनों तक इस घटना के प्रति विरोध दर्ज कराया गया। पुलिस ने एक सप्ताह में ही इस मामले का खुलासा करते हुए दावा किया कि रंगा बिल्ला गैंग ने इस वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने इस गैंग के राकेश चतुर्वेदी उर्फ रंगा, नीरज चतुर्वेदी, कामेश उर्फ चीनी, महेश यादव, सौरभ यादव, आदित्य नागर, हर्षवर्धन चतुर्वेदी, आयुष चतुर्वेदी एवं लखन नौहवार को गिरफ्तार किया। मामले की सुनवाई स्पेशल जज ईसी एक्ट कोर्ट में पूरी हो चुकी है। और 11 में से नौ आरोपियों को कोर्ट ने ट्रायल के दौरान दोषी पाया है, जबकि साथी एक आरोपी की ट्रायल के दौरान मौत हो गई। वहीं एक आरोपी की सुनवाई अभी जुवेनाइल कोर्ट में जारी है। न्यायालय अब 9 दोषियों को गुरुवार को आजीवन कारावास या मृत्यु दंड जैसी सजा सुना सकता है।

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